शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 30/06/2022
हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन मे प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इस समय हम प्रदेश के अब तक के सब से बड़े घोटाले की बात कर रहे हैं । जिस मे डेढ़ लाख से अधिक युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हुआ है। परन्तु प्रदेश सरकार एवम् प्रदेश पुलिस प्रशासन इस विषय को लेकर कितनी गंभीर है ये डीजीपी शिमला संजय कुंडू की सोमवार की प्रेस वार्ता से जग ज़ाहिर हो गया है। निगम भंडारी ने कहा कि डीजीपी संजय कुंडू ने अपनी प्रेस वार्ता मे सुनिश्चित किया है कि एसआईटी हिमाचल प्रदेश ने केवल कैंडिडेट्स को गिरफ्तार किया है। कुल 171 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। जिस मे 116 उम्मीदवार हैं अब डीजीपी संजय कुंडू और प्रदेश भाजपा सरकार हमे बताएं कि आखिर ये पेपर बेचने वाले लोग कौन थे???क्यों कि खरीदने वाले तो तभी मौजूद थे जब बेचने वाले मौजूद थे।
निगम भंडारी ने सुनिश्चित किया कि जिस तरह से इस मामले की जांच अब तक हुई हैं, उससे प्रदेश भाजपा सरकार एवम् पुलिस विभाग पर सन्देह होना वाजिब है। ऐसा लगता है कि सरकार अपना पला झाड़ रही हैं! निःसंदेह इस मे प्रभावशाली लोगों बीजेपी नेताओं, सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी दिखती हैं! निगम भंडारी ने आगे बताया कि संजय कुंडू के मुताबिक इस पूरे मामले में 10 राज्यों की भागीदारी रही हैं। बहुत दुःख की बात है कि प्रदेश हमारा, परीक्षा हमारी, युवा हमारे, परीक्षा को सफलतापूर्वक करवाने की जिम्मेदारी हमारी ..तो 10 बाहरी राज्यों की भागीदारी केसे बनती हैं और अगर ऐसा हुआ तो कैसे हुआ?????और अगर ये सच है तो नैतिकता के आधार पर डीजीपी संजय कुंडू का इस्तीफ़ा देना बनता हैं। अपनी आज की प्रेस वार्ता में निगम भंडारी ने अहम अनसुलझे सवालों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि ग़ौर करने वाली बात है कि अब तक सीबीआई जांच क्यों नहीं हुई। उल्टा जिन ज़ाच एजेंसियों और पदाधिकारियों पर सन्देह हैं वही जांच कर रहे हैं।
पेपर छापने के लिए बिहार की प्रिंटिंग प्रेस क्यों?????हिमाचल की सरकारी प्रिंटिंग प्रेस क्यों नहीं???
* पेपर छापने के लिए अधिकारियों को किसने सुनिश्चित किया???और उन से अब तक पूछताछ क्यों नहीं हुई???
*सबसे महत्वपूर्ण सवाल क्या प्रिंटिंग प्रेस का छोटा सा कर्मचारी इतने सुनियोजित तरीके से बिना किसी की मदत के पेपर लीक कर सकता हैं????? आखरी भाजपा सरकार किसे बचा रही हैं।
निगम भंडारी ने बहुत दुःख के साथ कहा कि डीजीपी संजय कुंडू का हिमाचल प्रदेश का दूसरे राज्यों से तुलना करना दुःखद है! और राज्यों मे ऐसा होता होगा परन्तु हिमाचल प्रदेश में ऐसी परिस्थितियां पहली बार भाजपा सरकार मे देखने को मिल रही है। पहले ऐसा कभी नहीं हुआ और ना हम होने देगे! आगे निगम भंडारी ने कहा कि मामले की गम्भीरता को देखते हुए हिमाचल युवा कांग्रेस एक बार फिर से सरकार से अनुरोध करती हैं कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करे ताकि दोषियों को सजा हो और सच लोगो के सामने आ पाएं। सिटिंग जज के सुपरविजन मे न्यायिक जांच हो और डीजीपी संजय कुंडू को बर्खास्त किया जाए। इस पूरे मामले में जयराम सरकार की ज़वाब देही बनती हैं। निगम भंडारी ने कहा कि प्रेस वार्ता के माध्यम से जयराम सरकार ने आश्वासन दिया था कि मामले की सीबीआई जांच होगी और दोषियों को सजा होगी …. परंतु ऐसा अभी तक नहीं हुआ। हिमाचल युवा कांग्रेस ने अपने सौजन्य का परिचय देते हुए आदरणीय प्रधानमंत्री जी के शिमला दौरे की वजह से अपने आंदोलन एवम् क्रमिक अनशन को अस्थाई तौर पर रोका था। निगम भंडारी ने कहा कि सरकार को याद रहे कि युवा कांग्रेस युवा के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होना देगी। पुरा देश वैसे ही केन्द्र सरकार की गलत नीतियों से जूझ रहा है! ऐसे समय में जब रोज़गार के अवसर बहुत कम हैं….. अग्निपथ जैसी योजना का आना, पेपरों का लीक होना और रद्द होना अत्यन्त दुःखद है। निगम भंडारी ने कहा कि युवा कांग्रेस भाजपा की ग़लत नीतियों का ऐसे ही विरोध करती रहेगी और लोगों के बीच जा कर लोगो को अवगत कराएगी।