भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में पर्यावरण चेतना को प्रोत्साहन हेतु नर्सरी के पौध विक्रय काउंटर का शुभारंभ
शिमला। भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, राष्ट्रपति निवास, शिमला में संस्थान की नर्सरी के पौध विक्रय काउंटर का शुभारंभ प्रोफेसर शशिप्रभा कुमार, अध्यक्ष, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान द्वारा किया गया। यह काउंटर सनसेट व्यू कैफे के समीप स्थापित किया गया है। इस अवसर पर प्रोफेसर हिमांशु कुमार चतुर्वेदी, निदेशक, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान सहित संस्थान के अधिकारी, कर्मचारी, अध्येता एवं आगंतुक विद्वान उपस्थित रहे।
इस नवनिर्मित पौध विक्रय काउंटर के माध्यम से संस्थान की नर्सरी में विकसित विभिन्न सजावटी, औषधीय तथा स्थानीय प्रजातियों के पौधे अब जनसामान्य को उपलब्ध होंगे। इन पौधों में ऋतु आधारित पुष्पीय प्रजातियाँ, छायादार वृक्ष तथा हिमालयी वनस्पतियों की अनेक दुर्लभ प्रजातियाँ शामिल हैं।
इस पहल का उद्देश्य संस्थान परिसर में विकसित जैव विविधता को समाज से जोड़ना, पर्यावरणीय संवेदनशीलता को प्रोत्साहित करना तथा सतत पारिस्थितिक संतुलन की भावना को सशक्त बनाना है।
इस अवसर पर प्रोफेसर शशिप्रभा कुमार ने कहा—
“भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान केवल बौद्धिक विमर्श का स्थल ही नहीं, बल्कि प्रकृति और संस्कृति के समन्वय का केंद्र भी है। पौध विक्रय काउंटर की यह पहल पर्यावरण संरक्षण और हरित जीवनशैली की दिशा में एक सशक्त कदम है।”
प्रोफेसर हिमांशु कुमार चतुर्वेदी, निदेशक, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान ने कहा कि—
“संस्थान की यह पहल न केवल परिसर की हरियाली को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में पर्यावरणीय चेतना और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का संदेश भी देती है। हर वह पौधा जो इस नर्सरी से किसी घर या परिसर तक पहुँचता है, हमारी सामूहिक हरित प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
संस्थान की नर्सरी, जो इसके उद्यानिकी अनुभाग द्वारा वैज्ञानिक पद्धति से संचालित की जाती है, लंबे समय से हिमालयी पौधों, औषधीय वनस्पतियों और सजावटी पौधों के संवर्द्धन में सक्रिय है। यह नर्सरी संस्थान की हरित पहचान को बनाए रखने के साथ-साथ स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
काउंटर के शुभारंभ के पश्चात उपस्थित अतिथियों और विद्वानों ने पौधों का अवलोकन किया और इस पहल की सराहना की।