शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 11/07/2022
हिमाचल प्रदेश राज्य आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट महासंघ द्वारा वेतन संशोधन को लेकर लगातार मांग जारी है, लेकिन सरकार द्वारा इस विषय पर कोई कदम नहीं उठाया गया है। ऐसे में कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। हिमाचल प्रदेश राज्य आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट महासंघ के प्रधान श्री तिलक ठाकुर, महासचिव श्री कुलदीप चंदेल और वरिष्ठ उप प्रधान श्री राकेश जम्बाल ने प्रैस को जारी ब्यान में कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा 01/04/1978 से लेकर 30/09/2012 तक आयुष विभाग में कार्यरत आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों को स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत फार्मासिस्टों के समान वेतनमान दिए गए हैं। लेकिन 01/10/2012 को दिए गए वेतन संशोधन में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत फार्मासिस्ट / मुख्य फार्मासिस्ट को 10300-34800+4200 ग्रेड पे / 4600 ग्रेड पे दे दी गई और आयुष विभाग में कार्यरत आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट / मुख्य आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट को 5910-20200+3000 ग्रेड पे/ 10300-34800+3800 ग्रेड पे पर ही रखा गया। तब से महासंघ वेतन संशोधन का मुद्दा उठा रहा है।
महासंघ का कहना है कि आयुष विभाग में कार्यरत आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों / मुख्य आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों के साथ सरकार भेदभाव कर रही है। जबकि कोरोना काल में भी आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों ने फ्रंट लाइन में रहकर सरकार और विभाग के निर्देशानुसार अपना कार्य किया। महासंघ सरकार से मांग करता है कि आयुष विभाग में कार्यरत आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों / मुख्य आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों को स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत फार्मासिस्ट / मुख्य फार्मासिस्ट के समान 01/10/2012 से संशोधित वेतनमान प्रदान किया जाए। इसके अतिरिक्त महासंघ ये भी मांग करता है कि मुख्य आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों के 95 अतिरिक्त पद स्वीकृत पदों के 15 प्रतिशत की दर से स्वीकृत किए जाएं।