संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के ‘प्रोजेक्ट अमृत’ का सफल आयोजन
जल परमात्मा का वरदान है, हमें इस अमृत की संभाल करनी है
– सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज
शिमला, 25 फरवरी। हिमाचल प्रदेश में निरंकारी मिशन द्वारा प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ परियोजना के दूसरे चरण का आयोजन 25 फरवरी, 2024, दिन रविवार को सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन सान्निध्य में किया गया।
इस अवसर पर सेवा दल व साध संगत के सभी महात्मा भाई बहिनों ने बढ चढ कर भाग लिया जिसमें शिमला साउथ की समस्त साध संगत जिसमें बीसीएस, न्यू शिमला, कागनाधार में बाउंडी की सफाई की गई। इसके अलावा शिमला में खलीनी, कृष्णानगर, टूटु, बम्लोई व मशोबरा में भी संत निरंकारी मिशन के सेवा दल के भाई बहिनों व साध संगत के महात्माओं ने मिल कर बाउंडीयों की सफाई की।
निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ परियोजना का आयोजन 25 फरवरी को पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है। हिमाचल के जोन न. 5 शिमला के जोनल इंजार्ज केप्टन एन पीएस भूलर जी ने संत निरंकारी मिशन हमेशा से ही आध्यामित्कता के साथ साथ जन कल्याण के कार्यो में विशेष भूमिका निभाता आ रहा है ये बताया। यह परियोजना समस्त भारतवर्ष के 27 राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों के 1533 से अधिक स्थानों पर 11 लाख से भी अधिक स्वंयसेवकों के सहयोग से एक साथ विशाल रूप में आयोजित की गई।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जल निकायों को संरक्षित करने के विकल्पों के विषय में जनमानस को जागृत करना है ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ भविष्य दिया जा सके।
उन्होंने आगे बताया कि पूर्व दिवंगत बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की प्रेरणात्मक शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा स्वच्छता अभियान के उपलक्ष्य में भारत सरकार के सहयोग से ‘प्रोजेक्ट अमृत’ का आरम्भ वर्ष 2023 में किया था। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल निकायों का संरक्षण, उनकी स्वच्छता एवं स्थानीय जनता के बीच ‘जागरूकता अभियान’ के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करना है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल निकायों की रक्षा करना, उन्हें साफ करना और जनता के बीच ‘जागरूकता अभियान’ चलाकर उन्हें प्रोत्साहित करना है. इस परियोजना के तहत भारत भर में समुद्र तटों, नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं, झरनों आदि जैसे जल संसाधनों को साफ किया गया।
इस देश के अनेक राज्यों से प्रतिभागीगण सम्मिलित होकर अनुशासन, मर्यादा एवं सहनशीलता का सुंदर परिचय देते हुए एकत्व के दिव्य संदेश को प्रसारित कर युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेंगे।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल निकायों की रक्षा करना, उन्हें साफ करना और जनता के बीच जागरूकता अभियान’ चलाकर उन्हें प्रोत्साहित करना है। कल्याणकारी योजनाएं पर्यावरण की रक्षा करते हुए पृथ्वी को सुंदर बनाने की दिशा में एक बहुत ही सराहनीय और प्रशंसनीय कदम साबित हो रहा है।