क्षेत्रीय आयुर्वेद अस्पताल छोटा शिमला की चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर पूनम जरेट ने बताया कि यहां आयुर्वेद की विभिन्न पद्धतियों द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है जैसे मर्म चिकित्सा, जलौका, विधअग्नि कर्मा। इनके द्वारा किए गए इलाज से मरीजों को बहुत लाभ मिल रहा है। यहां तैनात डॉक्टर नितिन कश्यप से जब पूछा गया जो इन चिकित्सा पद्धतियों को करते है उन्होंने बताया कि इस से विभिन्न हड़ियों के रोग जैसे सर्वाइकल, पीठ का दर्द, घुटने का दर्द varicose veins आदि में आश्चर्यजनक लाभ हो रहा है। बेहतरीन चिकित्सा लाभ के चलते मरीज दूर दराज के क्षेत्रों से इलाज करवाने आ रहे हैं। वहां आ रहे मरीजों से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि डॉक्टर नितिन बहुत निष्ठापूर्वक, मरीजों की चिकित्सा एवम् सेवा कर रहे हैं जिसका मुनानुप्रवान उनकी लगातार बढ़ रही OPD में मरीजो की संख्या तथा ठीक हो रहे मरीजों की संख्या से लगाया जा सकता है।