हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में दिन-प्रतिदिन बढ़ती SFI की गुंडागर्दी पर ABVP का विरोध प्रदर्शन – विश्वविद्यालय प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला इन दिनों शिक्षा का मंदिर कम और गुंडागर्दी का अड्डा अधिक प्रतीत हो रहा है। पिछले कुछ समय से यहाँ लगातार वामपंथी संगठन SFI के गुंडा तत्वों द्वारा हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। विद्यार्थियों को डराना-धमकाना, छात्राओं के साथ छेड़छाड़, अभद्र टिप्पणियाँ करना, कक्षाओं में जाने से रोकना और ABVP के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले करना विश्वविद्यालय परिसर का कड़वा यथार्थ बन चुका है।
विश्वविद्यालय में मात्र 15 दिनों के भीतर तीन बार SFI के गुंडों ने ABVP कार्यकर्ताओं पर हमले किए। इन हमलों का उद्देश्य न केवल विद्यार्थी परिषद को डराना है बल्कि परिसर में वामपंथी आतंक का माहौल कायम करना भी है।
बीते कल विश्वविद्यालय में ABVP की कुछ छात्राएँ अपनी कक्षा समाप्त कर बाहर निकलीं तो तभी SFI के वामपंथी गुंडों ने छेड़छाड़ और अभद्र टिप्पणियाँ करना शुरू कर दिया। जब परिषद की कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो गुंडों ने लात-घूँसों से हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। विद्यार्थी परिषद का कहना है कि यह विश्वविद्यालय प्रशासन की घोर नाकामी को दर्शाता है।
आज इस संदर्भ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, शिमला महानगर के कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया।
महानगर मंत्री कुनाल गांगटा ने कहा –
“हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षा का मंदिर है, न कि गुंडागर्दी का अड्डा। पिछले कई दिनों से SFI के तथाकथित छात्र नेता विश्वविद्यालय को हिंसा और आतंक का केंद्र बना रहे हैं। आज की घटना ने सारी सीमाएँ पार कर दी हैं जब छात्राओं पर हमला किया गया। यह केवल ABVP का नहीं बल्कि विश्वविद्यालय की हर छात्रा की अस्मिता का प्रश्न है। यदि प्रशासन तुरंत कठोर कदम नहीं उठाता तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी।”
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सानिया शर्मा ने कहा –
“विश्वविद्यालय में छात्राओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार यह सिद्ध करता है कि SFI के चरित्र में ही महिलाओं का अपमान और हिंसा है। हम माँग करते हैं कि दोषी छात्रों को तुरंत विश्वविद्यालय से निष्कासित किया जाए। ABVP अपनी छात्राओं के साथ है और न्याय दिलाकर ही चैन लेगी। हम सब मिलकर विश्वविद्यालय को पुनः शांति और शिक्षा का केंद्र बनाएँगे।”
ABVP ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि – यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती,यदि सुरक्षा व्यवस्था मजबूत नहीं की जाती, यदि छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, तो परिषद आने वाले दिनों में आंदोलन की व्यापक रणनीति बनाएगी।हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की घटनाएँ केवल ABVP या SFI का मामला नहीं है, यह पूरे प्रदेश के छात्र-छात्राओं की सुरक्षा, शिक्षा के अधिकार और परिसर की पवित्रता से जुड़ा प्रश्न है।एक ओर जहाँ SFI का चेहरा गुंडागर्दी, हिंसा और छात्राओं के अपमान के रूप में सामने आ रहा है, वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और नाकामी उजागर हो रही है ।