धर्मशाला,हिमशिखा न्यूज़ 22/06/2022
44वें शतरंज ओलंपियाड खेल प्रतियोगिता की टॉर्च रिले जम्मू से होते हुये धर्माशाला पहुंची
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया रिसीव
जम्मू कश्मीर से होते हुए चेस ओलंपियाड टॉर्च रिले आज धर्मशाला पहुंची जिसे चेस के ग्रैंड मास्टर दीप सेन गुप्ता और चेस एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव भारत सिंह चौहान यहां लेकर पहुंचे। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने धर्मशाला में इस मशाल रूपी टॉर्च को यहां रिसीव किया ।
इस दौरान प्रदेश के खेल मंत्री राकेश पठानिया और खेल विभाग धर्मशाला कि कई अधिकारी यहां मौजूद रहे।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष पर यह टॉर्च रिले देश के अलग-अलग 75 शहरों से होकर गुजरेगी और आखिर में अपने गंतव्य तक पहुंचेगी।
धर्मशाला के बाद ये टॉर्च शिमला जाएगी जहां से होते हुये चंडीगढ़ समेत कई शहरों में इसका भ्रमण होगा। काबिलेगौर है कि यूक्रेन पर हमले के कारण रूस से मेजबानी छिन जाने के बाद 44वें शतरंज ओलंपियाड का आयोजन इस साल चेन्नई में हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते रविवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम से इस खेल की मशाल को रवाना किया था और उस वक़्त उन्होंने मशाल पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को सौंपी थी। यह मशाल देश के 75 शहरों से होते हुए महाबलीपुरम पहुंचेगी, जहां 28 जुलाई से 44वें चेस ओलंपियाड का आयोजन हो रहा है।
ख़ास और अहम बात ये है कि साल 2013 में विश्व चैंपियनशिप के आयोजन के बाद यह दूसरा बड़ा वैश्विक शतरंज टूर्नामेंट है जो भारत में आयोजित हो रहा है ।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मशाल रिले भारत से शुरु होना गर्व की बात है। 1956 में भारत ने पहली बार चेस ओलंपियाड में भाग लिया था। आज यह भारत में हो रहा है जिसमें 188 देशों से दो 2,000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे। उन्होंने मशाल रिले को दोस्ती, शांति, और ओलंपिक मूवमेंट का प्रतीक बताया। अनुराग ठाकुर ने कहा भारत में शतरंज की शुरुआत छठी शताब्दी में हुई और दुनिया के कोने कोने में यह खेल गया। 95 वर्ष से चैस ओलंपियाड का आयोजन हो रहा है और भारत को कभी इसका आयोजन करने का अवसर नहीं मिला। यह हमारा आजादी का अमृत महोत्सव है और पहली बार हमें इस आयोजन का मौका मिला है।
खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि भारत ने शतरंज को जन्म दिया और भारत में पहली बार 28 जुलाई से चैस ओलंपियाड चेन्नई में होने जा रहा है। पहली बार चैस ओलंपियाड की टॉर्च प्रधानमंत्री द्वारा रवाना की गई और यह जम्मू से होते हुए आज धर्मशाला में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा प्राप्त की गई और इस मौके पर हम सब यहां उपस्थित हैं।