शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 28/06/2022
एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने विश्वविद्यालय के पिंक पेटल पर प्रशासन के खिलाफ यूजी और पीजी के परीक्षा परिणाम ना आने पर धरना प्रदर्शन किया जिसमे उन्होंने प्रशासन को दोषी ठहराया है और कहा कि हर बार प्रशासन परीक्षा परिणाम निकलने में देरी करता है और अभी भी यही कर रहा है इसका सबसे बड़ा कारण है कि बीते दिनों से शिक्षक अपने पे स्केल को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे है जिसके चलते उन्होंने कहा है की जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती तब तक वो पेपर चेक भी नहीं करेगे और जो अंतिम परीक्षा पीजी की होनी थी वो भी नहीं कराएंगे।
इसी धरने में बात रखते हुए साथी कुलदीप ने कहा कि एक तरफ से पहले ही कोरोना के चलते सभी कक्षाएं लेट चली है और काफी समय के बाद अब जाकर वो कक्षाएं सुचारू रूप से चलनी थी लेकिन इन परीक्षा परिणाम के ना आने और पीजी परीक्षाएं ना होने से जो कक्षाएं अगस्त से शुरू होनी थी अब वो भी देरी से शुरू होंगी और बीते दिनों पहले पीजी के प्रथम वर्ष की प्रवेश परीक्षाएं भी हुई थी जिसके परिणाम हर दिन आ रहे है और अब उनकी काउंसिलिंग भी चलनी है लेकिन प्रशासन की परीक्षा परिणाम में लेट लतीफी के कारण वो काउंसिलिंग भी लेट ही शुरू होंगी और छात्र परेशान होता रहेगा और जो नए सत्र में आने वाले छात्र इस बार भी समय ना होने के कारण पूरी कक्षाएं नहीं लगा पायेगा जिसका असर उसके परीक्षा में देखने को मिलेगा।
एसएफआई द्वारा कहा गया कि हर बार की परीक्षा परिणाम में प्रशासन की लेट लतीफी देखी जाती है और फिर परीक्षाएं होने से कुछ दिन पहले उन्हें रिजल्ट निकलना होता हैं तो उनके रिजल्ट में काफी गड़बड़ी देखी जा सकती है जिससे सभी विद्यार्थी अपने रिजल्ट को लेकर परेशान होता रहता है तो एसएफआई ने मांग की है कि जल्द से जल्द यूजी और पीजी के परीक्षा परिणाम को निकाला जाए ताकि पीजी की प्रथम वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया भी जल्दी से हो सके। एसएफआई ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर यूजी, पीजी के परीक्षा परिणाम ना निकाले गए तो एसएफआई आम छात्रों को लामबंद करते हुए उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।