शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 28/07/2022
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान महाविद्यालय शिमला में पांचवीं मंजिल पर कोने में पड़ा दिखा, जब चंद्रकांत शर्मा ने उठाया तो इसमें काफी नकदी थी, गाड़ी की RC और आधार पैन कार्ड आदि थे, काफी मशक्कत के बाद एक कागज मिला जिस पर पर्स के मालिक ठाकुर सेन का नम्बर लिखा था। फोन करने पर तीसरी कॉल पर फोन मिल गया तो उक्त व्यक्ति को अंदाजा ही नही हुआ था, फिर मैंने उन्हें बताया कि आपका पर्स मुझे मिला था। यह व्यक्ति भूतपूर्व सैनिक हैं, और इनके पिताजी की सर्जरी हुई है आज ही, मुझे सहर्ष धन्यवाद किया। चाय पानी के लिए कह रहे थे , जिससे मैंने विनम्रतापूर्वक अस्वीकार कर दिया। दोस्तो दीन दुखियों की मदद सेवा यही मेरा धर्म है। सेवा परमो धर् अध्यक्ष किसान विज्ञान हिमाचल प्रदेश