शिमला
चंडीगढ़ के माउंट व्यू होटल में रीजनल ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन(रोटो) नॉर्थ की ओर से मंथन -2024 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें स्टेट ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) हिमाचल प्रदेश ने प्रतिभागी के तौर पर भाग लिया। इसमें अंगदान को लेकर जागरूकता फैलाने सहित ब्रेन डेड व्यक्ति के अंग रिट्रीवल करने व ट्रांसप्लांट के संबंधी आ रही दिक्कतों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। इसमें सोटो जम्मू कश्मीर, सोटो उत्तर प्रदेश, सोटो हरियाणा, एम्स ऋषिकेश के प्रतिभागियों ने भाग लिया। सोटो हिमाचल के नोडल अधिकारी डॉक्टर पुनीत महाजन ने हिमाचल में डिसीस्ड ऑर्गन डोनेशन प्रोग्राम में आ रही चुनौतियों और पहल के बारे में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए जानकारी दी । उन्होंने कहा कि हिमाचल में भौगोलिक परिस्थितियों अलग होने के चलते संभावित ब्रेन डेड मरीज अस्पताल देरी से पहुंचता है। वही गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के तीमारदार आगामी इलाज के लिए उसे पीजीआई चंडीगढ़ लेकर जाते हैं। इसी कारण से हिमाचल के कई अंगदाता पीजीआई में अंगदान करते हैं। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन माध्यम से करीब 960 लोगों ने अंगदान करने का शपथ पत्र भरा है वही ऑफलाइन माध्यम से करीब 1500 लोगों ने अभी तक अंगदाता होने का शपथ पत्र भरा है। उन्होंने बताया कि सोटो की ओर से प्रदेश घर में करीब 150 अंगदान जागरूकता शिविर लगाए जा चुके हैं। समय में हिमाचल में दो केडावेरिक (डिसीस्ड) ऑर्गन डोनेशन हुई है। कार्यक्रम में नेशनल ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (नोटो) के डायरेक्टर डॉ अनिल कुमार, पीजीआई चंडीगढ़ नॉर्थ डॉ विपिन कौशल, सीनियर रीजनल डायरेक्टर चंडीगढ़ डॉक्टर अमरजीत कौर, पीजीआई के डायरेक्टर डॉ विवेक लाल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।