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इंग्लैंड की रहने वाली मीनू पठानिया कांगड़ा पहुंचकर कांगड़ा डीसी राकेश प्रजापति को पहाड़ी शॉल और टोपी देकर किया सम्मानित
मीनू पठानिया ने कांगड़ा डीसी रकेश प्रजापति को इंग्लैंड आने का दिया न्योता
यह माता-पिता द्वारा दिए संस्कार ही होते हैं जो बिना किसी स्वार्थ के जन सेवा में तल्लीन रहते हैं ऐसे लोगों को ना किसी दिखावे की आवश्यकता होती है और ना ही किसी पब्लिसिटी की या केवल अपने संस्कारों का शिद्दत से निर्वहन करते हैं जी हां यहां पर बात हो रही है सात समंदर से आए हुए हिमाचल की बेटी मीनू पठानिया और उनकी मां रकेश पठानिया जिला हमीरपुर बड़सर उपमंडल के तहत कठियाणा पंचायत गांव गोड़ी जिन्होंने अपने लोगों की सेवा के लिए 200 बोतल सैनिटाइजर मास्क हैंड ग्लव्स और कांगड़ा डीसी राकेश प्रजापति को पहाड़ी साल टोपी देकर किया सम्मानित मीनू पठानिया ने बताया कि मैं अपने माता-पिता भाई के साथ 11 साल से इंग्लैंड में रह रही हूं और अभी नर्सिंग की पढ़ाई कर रही हैं और इस करोना संकट में मैंने जिला कांगड़ा के डीसी राकेश प्रजापति को सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में देखा की दिन रात लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं मीनू पठानिया ने बताया कि मैं अधिकतर डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति के संवाद मीडिया पर देखती रहती हूं मैं उनकी बात से बहुत हैरान हूं जब उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि एक बार उनके बॉस ने कलेक्टर ना होने का ताना मारा कि आप कौन सा कलेक्टर लगे हो तो आज देश नहीं विदेशों में मिसाल कायम करके दिखा दी है. हमारे लिए कोई काम बड़ा छोटा नहीं होता है सिर्फ मेहनत एक दिन रंग लाती है और कहां की हिमाचल की जनता और हिमाचल सरकार बहुत किस्मत वाले हैं है जहां राकेश प्रजापति जैसे IAS हिमाचल प्रदेश को मिले हैं