डाडासीबा,हिमशिखा न्यूज़ 07/02/2022
कैप्टन संजय द्वारा आयोजित 25 वें मेडीकल कैंप में पहुंचे 312 लाभार्थी
-भनेड़ पंचायत के मलोट गांव के शिविर में की गई आखों व कानाें की जांच
डाडासीबा-
कैप्टन संजय द्वारा जसवां-परागपुर को मोतियाबिंद मुक्त करने का जो अभियान चलाया गया है, वो क्रांतिकारी रूप से आगे बढ़ता दिख रहा है। रविवार को पराशर द्वारा लगाए गए कुल कैंपों का आंकड़ा 25 को पार कर गया। भनेड़ पंचायत के मलोट गांव में आयोजित किए गए 25 वें मेडीकल कैंप में 312 लाभार्थी पहुंचे। रविवार को लगे इस स्वास्थ्य शिविर में आंखों व कानों की जांच के साथ ईसीजी, शुगर व ब्लड प्रेशर के भी टेस्ट किए गए। शिविर में पराशर की टीम ने कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाया। अब अगले शनिवार व रविवार को समनोली और गंगोट पचायतों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन होगा।
मलोट गांव में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 174 मरीजों ने अपने आंखों की जांच करवाई तो 42 के कानों का चेक अप किया गया। कैंप में आए 113 मरीजों को निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। 135 मरीजों को आई ड्राप्स दिए गए। जबकि आंख चेक करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने 31 मरीजों को आपरेशन करने की सलाह दी। इन मरीजों के मोतियाबिंद के निशुल्क अापरेशन कांगड़ा के निजी अस्पताल में संजय पराशर के द्वारा अागामी बारह फरवरी को करवाए जाएंगे। शिविर में 22 मरीजों को कानों की मशीन फ्री में वितरित की गईं तो 33 मरीजों को कानों की दवाई भी दी गई। इसके साथ ही कैंप में पहुंची 48 महिलाओं को 480 निशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए। 76 मरीजों के शुगर, बीपी और इसीजी के टेस्ट भी किए गए। इसके अलावा शिविर में 28 परिवारों के मुफ्त में हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की गई।
इस स्वास्थ्य शिविर पराशर ने कहा कि जसवां-परागपुर में एक वर्ष के कम समय के अंतराल में 25 मेडीकल कैंपों का आयोजन हो चुका है। इन कैंपों में इक्कीस हजार से ज्यादा लाभार्थी पहुंचे तो दस हजार से ज्यादा निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। अब भौगोलिक दृष्टि से दूरदराज के गांवों में भी स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है ताकि आम आदमी को घर-द्वार पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। कहा कि मेडीकल कैंपों में अब मरीजों की संख्या कम होने लगी है, जो इस बात का प्रमाण है कि जसवां-परागपुर क्षेत्र मोतियाबिंद मुक्त होने की ओर अग्रसर है। कहा कि वह समाज के अंतिम पायदान पर खड़े ऐसे व्यक्तियों को स्वास्थ्य सहायता पहुंचाने के लिए निकट भविष्य में भी मेडीकल कैंप आयोजित करते रहेंगे। वहीं, मेडीकल कैंप में पहुंचे टिप्परी गांव की किरण बाला, मलोट के मनोहर लाल, अनुराधा, वीना कुमारी, मेहर सिंह, स्यूल से रंजीत सिंह और कोटला बेहड़ की कृष्णा देवी ने बताया कि कैप्टन संजय स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्षेत्रवासियों के लिए बड़ा उपकार कर रहे हैं। उन्हें देखने व सुनने की समस्या थी, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों की जांच के बाद कैंप में ही निशुल्क चश्मे व कानों को सुनने वाली मशीन पराशर ने उपलब्ध करवा दी। वहीं, संजय की पत्नी सोनिका पराशर ने कहा कि जब तक जसवां-परागपुर पूर्ण रूप से मोतियाबिंद मुक्त नहीं हो जाता, यह अभियान जारी रहेगा।
पराशर ने चलाली में खोला 12 वां फ्री इंग्लिश लर्निंग व कंप्यूटर सेंटर-
संजय पराशर ने जसवां-परागपुर क्षेत्र की चलाली पंचायत के सुकाहर गांव में 12 वां फ्री कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर खोल दिया। रविवार को इस केंद्र के लोकार्पण अवसर पर पराशर ने कहा कि उनका मुख्य ध्येय शिक्षा व रोजगार है और इसके लिए विभिन्न गांवों में ऐसे सेंटर खोले जा रहे हैं। पहले दिन केन्द्र में 37 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने पहुंचे।