ठेका शिफ्ट करने बारे महिलाओं ने दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम
मशोबरा ब्लाॅक में एनआरएलएम के तहत गठित क्योंथल कलस्टर लेवल संगठन की महिलाओं ने बलोग पंचायत और आबकारी विभाग को अल्टीमेटम दिया है कि डुब्लु से शराब का ठेका अगर एक सप्ताह के भीतर किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किया गया तो क्षेत्र की महिलाएं धरना प्रदर्शन करने से गुरेज नहीं करेगी । जिसके लिए स्थानीय पंचायत जिम्मेवार होगी । गौर रहे कि शराब के ठेके को लेकर स्थानीय महिलाओं और पंचायत में आरपार की जंग शुरू हो गई है । जहां स्थानीय पंचायत ठेका शिफ्ट करने को तैयार नहीं वहीं दूसरी ओर महिलाएं अपने मिशन पर अडिग है ।
सीएलएफ की प्रधान गीता ठाकुर, बैंक सखी मीरा देवी, ग्राम संगठन सचिव रीना राणा और ममता कश्यप, वार्ड सदस्य पूनम और पविता सहित अनेक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि बीते दिनों शराब ठेके को शिफ्ट करने बारे क्षेत्र के विधायक एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरूद्ध से भी भेंट की गई थी जिस पर मंत्री द्वारा दो दिन के भीतर शराब ठेका शिफ्ट करने का आश्वासन दिया गया था परंतु एक सप्ताह बीत जाने पर भी इस बारे कोई कार्यवाही नहीं हुई है । इससे पहले उनके द्वारा डीसी एवं एसडीएम ग्रामीण शिमला, आबकारी आयुक्त, बीडीओ मशोबरा से भेंट करके शराब के ठेके को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करने बारे ज्ञापन सौंपा गया था परंतु किसी स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हुई ।
गौर रहे कि शराब का ठेका खोलने के विरोध में बीते दिनों 5 जुलाई को एनएलआरएम की महिलाओं ने ठेके के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया था । डुब्लु वार्ड नंबर एक व दो की मेंबर पविता और पूनम ने आरोप लगाया है कि पंचायत सदस्य होने के बावजूद भी शराब ठेका खोलने बारे उनसे कोई सहमति नहीं ली गई थी । उन्हेाने ग्राम पंचायत पर मनमाने ढंग से एनओसी जारी करने का आरोप लगाया है ।
मीरा और ममता कश्यप ने बताया कि शराब का ठेका खुलने के उपरांत स्थानीय कुछ लोग खुलेआम शराब पीकर सड़कों पर पड़े रहते हैं जिससे विशेषकर महिलाओं और बच्चों में भय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इनका कहना है कि ठेका के समीप करियाना की दुकान, बस स्टैंड, सतसंग भवन व पानी का चश्मा भी है जहां पर महिलाओं और बच्चों का आना जाना लगा रहता है ।
बलोग पंचायत के प्रधान ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि ठेका मालिक के साथ छः महीने का एग्रीमेट बना है उसके उपरांत ठेका शिफ्ट कर दिया जाएगा ।
इधर ईटीआई कर्ण ठाकुर ने बताया कि स्थानीय ग्राम पंचायत की ही अनुशंसा पर ही शराब का ठेका किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किया जा सकता है जिसकी अनुमति समहर्ता आबकारी द्वारा दी जाती है ।