आपदा में खुद आपदा बन गई सरकार: सतपाल सत्ती
*सराज से लेकर ऊना तक कांग्रेस सरकार कर रही है खुला पक्षपात, राजा के ग्रह जनता पर भारी
शिमला, 26 जुलाई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और ऊना से विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने शिमला में आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से भाजपा विधायकों के क्षेत्रों के साथ भेदभाव और राजनीतिक प्रतिशोध लगातार बढ़ रहा है। सरकार योजनाओं को बंद कर रही है, काम रोक रही है और झूठे आश्वासन देकर जनता को भ्रमित कर रही है।
सत्ती ने सराज विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 240 करोड़ रुपये की लागत से बागवानी एवं वानिकी कॉलेज की आधारशिला रखी थी और इसके लिए 10 करोड़ की पहली किश्त भी जारी की गई थी। कॉलेज के लिए ज़मीन चिन्हित हो चुकी थी, फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिल चुका था और काम शुरू हो गया था। लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस सरकार ने इस परियोजना को ठप कर दिया और अब आपदा का बहाना बनाकर कॉलेज को शिफ्ट करने की साजिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में खुद मुख्यमंत्री और बागवानी मंत्री ने इस कॉलेज को न बंद करने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसके बावजूद सरकार ने चुपचाप बजट की राशि वापस मंगवा ली। यह सरकार की कथनी और करनी के फर्क को साफ दिखाता है।
सत्ती ने कहा कि जब कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी 26 दिन बाद सराज क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे, तो स्थानीय जनता ने कॉलेज को बचाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने काले झंडे दिखाए और नाराजगी जताई। लेकिन कांग्रेस सरकार ने विरोध करने पर जनता पर पुलिस बल का दुरुपयोग किया। लगभग 60 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। महिलाओं के साथ पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार किया गया जो बेहद शर्मनाक है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता की आवाज़ को दबाने और लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का काम कर रही है। सरकार पुलिस और प्रशासन को विरोध करने वालों को डराने-धमकाने के लिए इस्तेमाल कर रही है।
सत्ती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार हिमाचल की आपदा में लगातार मदद कर रहे हैं। पहले भी आर्थिक सहायता दी गई और आगे भी दी जाएगी। लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार लोगों को राहत देने की बजाय काम रोक रही है, झूठ बोल रही है और जनता को बांटने की राजनीति कर रही है।
सत्ती ने ऊना जिला के पेखुवाला क्षेत्र में 240 करोड़ की लागत से बने प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए कहा कि यह परियोजना पूरी तरह पानी में डूब गई है। इससे साफ होता है कि सरकार की योजना बनावट और कार्यशैली कितनी कमजोर और गैरजिम्मेदार है।
उन्होंने कहा, “यहां तो राजा के ग्रह ही जनता पर भारी पड़ रहे हैं। जनता अब कह रही है — ऊपर से बारिश और नीचे से सुक्खू ने जीना हराम कर दिया है। अब इस राजा को बदलने का समय आ गया है।”
गौ तस्करी और कानून व्यवस्था पर सवाल
सत्ती ने प्रदेश में बढ़ती गौ तस्करी और गिरती कानून व्यवस्था पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हाल ही में स्वारघाट और नगरोटा बगवां में टैंकरों में गायों की तस्करी पकड़ी गई, जिनमें एक गाय की मौत भी हो गई। आरोपियों को पकड़ा नहीं गया, क्योंकि वे राजनीतिक संरक्षण में हैं। सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह नाकाम रही है।