शिमला
हिमशिखा न्यूज़
चंबा जिले में कल दोपहर को झटका लगने के बाद अब से कुछ देर पहले बिलासपुर जिले में भूकंप आया है। मौसम विभाग ने भूकंप की पुष्टी की है। इस दौरान भूकंप का केंद्र बिलासपुर में ही जमीन के नीचे 7 किमी अंदर तक था। भूकंप की तीव्रता 3.2 रिक्टर स्कैल पर मापी गई है. इससे पहले, कल चंबा में 12.15 मिनट पर हल्के झटके महसूस किए गए थे।चंबा जिले में दोपहर को रिक्टर स्केल पर 2.7 की तीव्रता से भूकंप आया था।चंबा जिले में ही जमीन के पांच किमी अंदर भूकंप का केंद्र रहा है। वैज्ञानिकों ने हिमालय पर्वत शृंखला में सिलसिलेवार भूकंप को लेक चेतावनी जारी की है।कहा है कि यहां बड़ा भूकंप आ सकता है।इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर आठ या उससे भी अधिक हो सकती है।वैज्ञानिकों का दावा है कि हिमालय के आसपास घनी आबादी वाले देशों में इससे भारी तबाही मच सकती है।राजधानी दिल्ली भी इसकी जद में होगी, हालांकि ये भूकंप कब आएंगे इसका अनुमान फिलहाल नहीं लगाया गया है।वैज्ञानिकों के मुताबिक पूर्वी भारत के अरुणाचल प्रदेश से लेकर पश्चिम में पाकिस्तान तक फैली हिमालय पर्वत माला सिलसिलेवार भूकंपों का गढ़ बन सकती है।यूनिवर्सिटी ऑफ नेवादा का शोध सीसमोलॉजिकल रिसर्च लेटर्स जर्नल के अगस्त के अंक में प्रकाशित हुआ था।हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक भूकंप चंबा जिले में आते हैं। इसके बाद किन्नौर और शिमला, मंडी संवेदनशील जोन में हैं।शिमला जिले को लेकर भी चेतावनी दी गई थी कि यह शहर भूकंप जैसी आपदा के लिए तैयार नहीं है। किन्नौर में 1975 में बड़ा भूकंप आ चुका है।वहीं कांगड़ा में 1905 में भूकंप आया था, जिसमें 20 हजार लोगों की जान गई थी।