हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने रविवार को जालंधर में एक कार्यक्रम के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान के साथ मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान के साथ दोनों प्रदेशों से जुड़े महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा की। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ सार्थक चर्चा विभिन्न विषयों पर हुई है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस पर आने वाले समय में सार्थक काम होगा, जिससे दोनों प्रदेशों को लाभ होगा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पंजाब व हिमाचल धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है ,पंजाब के लाखों श्रद्धालु हिमाचल में पर्यटन व धार्मिक निष्ठा आस्था से आते हैं, उनको हम बेहतर से बेहतर यातायात की सुविधा दें इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान के साथ धार्मिक पर्यटन को लेकर परिवहन निगम व पंजाब रोडवेज की बस सेवा का आदान-प्रदान अधिक हो। धार्मिक व पर्यटन व ऐतिहासिक महत्व के स्थान यातायात सेवा से जुड़े, इसको लेकर सार्थक बात की गई है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इसका लाभ जहां पंजाब के लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा में मिलेगा वहीं हिमाचल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंजाब के अनेक धार्मिक ऐतिहासिक महत्व के स्थलों पर जाते हैं, ऐसे में हिमाचल के श्रद्धालुओं को भी यातायात की सुविधा का लाभ मिलेगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हमारी मुख्य चिंता बढ़ता नशा है जो हिमाचल की देवभूमि को अपनी चपेट में ले रहा है, पंजाब से नशा तस्कर बड़ी संख्या में आते है, हिमाचल की सीमाएं पंजाब के साथ लगती हैं और पंजाब भी नशे की समस्या से जूझ रहा है, ऐसे में दोनों प्रदेशों को नशे के विरुद्ध सख्ती के साथ कार्यवाही करनी होगी, हमने हिमाचल की चिंताओं के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवान सिंह मान को अवगत करवाया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने भी इस चिंता को बाजिब मानते हुए इस समस्या के हल के लिए सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, यह नौजवान पीढ़ी को बचाने का एक बेहतर प्रयास करने की आवश्यकता दोनों प्रदेशों के लिए है, इससे दोनों प्रदेशों के हर नागरिक का हित जुड़ा हुआ है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ अवैध खनन के मामले को भी उठाया गया है। उन्होंने कहा कि खनन माफिया का बढ़ना चिंता का विषय है, इसलिए अवैध खनन पर रोक के लिए पंजाब भी जिम्मेदारी के साथ कार्यवाही करें तो निश्चित रूप से इस पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी हिमाचल की चिताओं को समझा है, गंभीरता से लिया है, ऐसे में आने वाले समय में निश्चित रूप से संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए नतीजे पर पहुंचा जाएगा और जितनी बार भी हमें पंजाब से यह मामले उठाने पड़े, हम लगातार उठाते रहेंगे ताकि सार्थक परिणाम सामने आए।