हेड फोन जैसे उपकरणों का उपयोग कान के लिए हानिकारक। डॉ0 अर्चित शर्मा
शिमला 21 सिंतबर । स्वास्थ्य विभाग शिमला के सौजन्य से शनिवार को डे केयर सेंटर पर ऐल्डरली विकासनगर में अल्जाईमर दिवस तथा श्रवण जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्ष्ता आईजीएमसी शिमला के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ डॉ0 अर्चित शर्मा ने की । उन्होने इस मौके पर अल्जाईमर रोग और बहरेपन के लक्ष्ण, कारण, रोकथाम और उपचार बारे विस्तार से जानकारी दी । उन्होने बताया कि एल्जाईमर एक न्यूरॉलॉजीकल विकार है जो जो मुख्य रूप से बुढ़ापे में होता है । यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को धीरे धीरे नष्ट करता है । इस रोग से यादाश्त ,सोचने की क्षमता और ब्यवहार पर असर पड़ता है। इसके बचाव के लिए स्वस्थ आहार ,अच्छी नींद, नियमित व्यायाम तथा ध्यान करना फायदेमंद होता है।
उन्होने कानों की देखभाल के बारे मे जानकारी देते हुए कि कान से खून ,बदबू, ,दर्द,रिसाव, चोट लगने पर नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान से जरूर संपर्क किया जाए और तेज शोर तथा गंदे पानी से कानों को बचाए । हेड फोन जैसे उपकरणों का अत्यधिक उपयोग भी सुनने की क्षमता को कम करता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डॉक्टर राकेश प्रताप ने बताया कि जिले में श्रवण जागरूकता सप्ताह 23 सितंबर से 29 सितंबर तक मनाया जाएगा जिसके तहत समूचे जिले भर में विभिन्न प्रकार की जागरूकता गतिविधियां की जाएगी’ । सीएमओ ने जनसाधारण से आवाहन किया कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग व जागरूक रहे तथा स्वास्थ्य समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान मे जाकर अनिवार्य रूप से जांच करवाएं तथा चिकित्सक की सलाह पर दवाई लें । इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला शिमला के सौजन्य से गैर सक्रमांक शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमे मधुमेह तथा रक्तचाप की जांच भी की गई।