वस्त्र मंत्रालय 19 मई से शिमला में एकता एक्सबिशन कम नोलज शेयरिंग फॉर टेक्सटाईल एडवॉटेज का करेगा आयोजन
प्रदर्शनी के साथ 3 दिवसीय ज्ञान सत्रों और कार्यशालाओं पर रहेगा विशेष जोर
शिमला,16, मई,2025, वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 19 से 26 मई 2025 तक शिमला के पदम देव कॉम्प्लेक्स द रिज़ में एकता एक्सबिशन कम नोलज शेयरिंग फॉर टेक्सटाईल एडवॉटेज का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्घाटन 19 मई को गेयटी थिएटर के मल्टीपर्पज हॉल शिमला में किया जाएगा। इस अवसर पर भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य कारीगरों,बुनकरों और हस्तशिल्प उद्यमियों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहाँ वे न केवल अपने हस्तनिर्मित उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय कर सकें बल्कि नए ज्ञान, डिज़ाइन,बाजार से जुड़ाव और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर अपने व्यवसाय को सशक्त भी बना सकें। इस आयोजन का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष 19 से 21 मई तक गेयटी थिएटर शिमला में आयोजित होने वाले ज्ञान साझा करने वाले सत्र और कार्यशालाएं हैं। इन सत्रों को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि वे विशेष रूप से स्वयं सहायता समूहों,युवा कारीगरों और शिल्प उद्यमियों को आज के प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में सफल होने के लिए आवश्यक जानकारी और कौशल प्रदान करें।19 मई को कपड़ा मंत्रालय की प्रमुख योजनाओं जैसे पीएम मित्र आदि पर चर्चा की जाएगी । साथ ही हिमाचल प्रदेश के कारीगरों के सामने आने वाले अवसरों और चुनौतियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।20 मई समर्थ योजना को समर्पित होगा जिसमें वस्त्र मंत्रालय का समर्थ विभाग विशेष सत्र आयोजित करेगा। इस दौरान जूट से बने अलग.अलग उत्पादों,हुनर सिखाने की प्रक्रिया, और बाजार में बिक्री बढ़ाने के साथ.साथ विदेशों में सामान बेचने के लिए ज़रूरी जुड़ाव पर भी चर्चा की जाएगी।
21 मई को खास पहचान वाले स्थानीय उत्पादों को देश विदेश में बेचने,प्रचार करने और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से बाजार तक पहुंच बढ़ाने के उपाय साझा किए जाएंगे। इस दौरान स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने,सरकारी मदद साथ ही हिमाचल की ऊन और रेशम से जुड़े उत्पादों और उनकी मांग पर भी ध्यान दिया जाएगा।19 से 26 मई तक पदम देव कॉम्प्लेक्स द रिज़ में एकता प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी जहाँ देश के विभिन्न हिस्सों से आए कारीगर ऊन,रेशम,जूट,हथकरघा और अन्य हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय करेंगे। यह प्रदर्शनी आम जनता के लिए प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुली रहेगी।एकता पहल का उद्देश्य न केवल पारंपरिक शिल्प और तकनीकों को संरक्षित करना है बल्कि कारीगरों को नए युग के अनुसार तैयार करना भी है। यह आयोजन स्थानीय शिल्प को वैश्विक बाजार से जोड़ने,आजीविका के अवसर बढ़ाने और आत्मनिर्भर भारत की भावना को मज़बूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।