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आजादी के 78 वर्ष बाद भी जुुग्गर गांव के लोग पानी ढोकर लाने को मजबूर
शिमला । जल शक्ति विभाग के अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के चलते कसुपंटी निर्वाचन क्षेत्र की ग्राम पंचायत सतलाई के जुग्गर गांव के लोग आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के बाद भी कंधे पर पानी ढोने को मजबूर है । हालांकि जल जीवन मिशन के अंतगर्त हर घर में नल – हर नल में जल उपलब्ध करवाने को लक्ष्य रखा गया है परंतु जुग्गर गांव में किसी भी परिवार के घर में विभाग की ओर से  न नल लगा है न जल मिला है । बता दें कि इस गांव में कुल 22 परिवार रहते हैं जिनकी आबादी करीब 135 है ।
जुग्गर के 90 वर्षीय बुद्धि सिंह ठाकुर और 75 वर्षीय ख्याली राम ने बताया कि उनकी सारी उम्र पानी ढोकर ही बीत गई है परंतु किसी भी सरकार ने इस गांव के लिए पेयजल अथवा सिंचाई योजना नहीं बनाई है । इनका कहना है कि विभाग  ने जुग्गर स्कूल के लिए पेयजल योजना अवश्य बनाई है जोकि गांव से  करीब एक सौ मीटर नीचे है । जहां पर एक पब्लिक टेप लगाया गया है और  उसी नल से  सभी ग्रामवासी करीब  एक सौ मीटर की चढ़ाई चढ़कर ं कंधे पर पानी ढोकर लाते है।  । बंुद्धि सिंह ठाकुर ने बताया कि करीब आठ साल पहले साथ लगती पंचायत सतोग से इस गांव के लिए पाईप लाईन बिछाई गई थी परंतु लाईन में पानी न आने से सरकार वह पाईप भी नष्ट हो गई है ।
गांव के तिलक राम ठाकुर,  संदीप कुमार, सुशील कुमार, मुन्नी देवी, रूकमणी देवी, साधो देवी सहित अनेक ग्रामीणों  ने बताया कि स्कूल को जाने वाली पाईप लाईन से पानी को  छोटी मोटर लगाकर  गांव के लिए लिफ्ट किया जा सकता  है और गांव मंें स्टोरेज टैंक बनाकर हर घर को नल द्वारा पानी उपलब्ध करवाया जा सकता है।  इनका कहना है कि विभाग का कोई उच्च अधिकारी आजतक कभी इस गांव में  नहीं आए है  । स्थानीय फीटर की रिपोर्ट पर अधिकारी संतुष्ट हो जाते हैं परंतु अधिकारियों ने धरातल पर पेश आ रही पेयजल समस्या का  मौके पर आकर कभी समाधान नहीं निकाला है  ।
जेएसवी विभाग कोटी  के जेई सुनील भिक्टा का कहना है कि जेई के पद रिक्त होने के चलते उनके पास सात सेक्शन के चार्ज वर्तमान में मौजूद है जिस कारण वह किसी भी योजना का बेहतरीन ढंग से निरीक्षण नहीं कर पा रहे है  । उन्होने बताया कि जुग्गर के समीप कूफ्टू के लिए नई पेयजल योजना निर्मित की जा रही है । इस योजना से आगामी दिनों में जुग्गर को पानी दिया जाएगा ।

By HIMSHIKHA NEWS

हिमशिखा न्यूज़  सच्च के साथ 

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