बर्फबारी के दौरान आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दें सभी अधिकारी – उपायुक्त
उपायुक्त की अध्यक्षता में बर्फ़बारी से निपटने की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि बर्फबारी के दौरान किसी को भी व्यवधान और परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए सभी विभाग त्वरित प्रतिक्रिया के साथ सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। शिमला में बर्फबारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं और इस सन्दर्भ में आज यहाँ उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि बर्फबारी के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दें ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। ऐसी स्थिति में बेहतर समन्वय महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा कि शोघी से ही राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ वाहन काफी समय से खड़े हैं जिससे बर्फ हटाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को इन खड़े वाहनों को हटाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बर्फ हटाने में उपयोग होने वाली मशीनों का ट्रायल करने के निर्देश भी दिए।
अंगीठी जलाकर न सोएं, सभी बिजली उपकरणों को अच्छे से करें बंद
उपायुक्त ने अग्निशमन विभाग को एडवाइजरी जारी कर लोगों को अंगीठी जलाकर सोने और सभी बिजली उपकरणों खासकर हीटर आदि को अच्छे से बंद करने के बारे में जागरूक करने को कहा। उन्होंने हेरिटेज बिल्डिंग का ऑडिट चेक करने के भी निर्देश दिए। इसी प्रकार, उन्होंने पर्यटन विभाग को पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए और इस सन्दर्भ में होटल एसोसिएशन के साथ बैठक करने को भी कहा।
सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में करें बैठक
उपायुक्त ने सभी उपमंडल दण्डाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में ऐसी बैठक आयोजित कर एक सप्ताह के भीतर आकस्मिक योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी उपमंडल दंडाधिकारी अपने क्षेत्र में आर्मी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ से तालमेल बनाकर रखें। सभी अपने क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं जैसे राशन, गैस सिलेंडर और डीजल का भण्डारण समय रहते सुनिश्चित कर लें। इसके अतिरिक्त, सभी स्वास्थ्य संस्थानों में दवाइयों की उपलब्धता और फ्रैक्चर होने की स्थिति में आवश्यक सामान होना जरूरी है। इस दौरान बताया गया कि डोडरा क्वार क्षेत्र में राशन और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करवा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी उपमंडल दण्डाधिकारी यह सुनिश्चित करें की बर्फबारी और ठंड की वजह से किसी भी व्यक्ति को कठिनाई का सामना न करना पड़े।
उन्होंने सभी उपमंडल दंडाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में आपदा मित्रों के साथ भी समन्वय बनाये रखने के निर्देश दिए और जरुरत पड़ने पर उनकी सेवाएं लेने को कहा। उन्होंने कहा कि जिला के सभी उपमंडल में आपदा मित्रों को विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया है और बर्फबारी से उत्पन होने वाली आपदा स्थिति के दौरान उनकी सेवाएं भी मददगार साबित होंगी।
बिजली, पानी की दुरुस्त रखें व्यवस्था
उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग और शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड के अधिकारियों को बर्फबारी के दौरान पीने की पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई जल आपूर्ति योजना बरसात में क्षतिग्रस्त हुई थी और अभी तक ठीक नहीं हुई है तो उसके लिए पटवारी की रिपोर्ट और एस्टीमेट एक सप्ताह में भेजें ताकि बजट जारी कर उन्हें जल्द से जल्द ठीक करवाया जा सके। इसके अलावा बिजली विभाग के अधिकारियों को भी बर्फबारी के दौरान अबाधित बिजली उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। उन्होंने वन क्षेत्रों से निकल रही बिजली लाइनों का विशेष ध्यान रखने को कहा।
बिजली विभाग के कर्मचारियों के लिए होगा कार्यशाला का आयोजन
बैठक में बताया गया कि बिजली विभाग के कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा ताकि कार्य करते हुए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह कार्यशाला जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से आयोजित करवाई जाएगी।
एक्सपायर्ड दवाइयों को निर्धारित प्रक्रिया के तहत करें नष्ट
बर्फबारी के दौरान सबसे पहले अस्पताल जाने वाले रास्तों को खोलना प्राथमिकता रहेगी। इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस के टायर पर चेन लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि बर्फबारी में भी एंबुलेंस चलाई जा सके। उन्होंने अस्पतालों में दवाइयों का स्टॉक रखने के भी निर्देश दिए और एक्सपायर्ड दवाइयों को निर्धारित प्रक्रिया के तहत नष्ट करने को कहा।
आपदा की स्थिति में 1077 पर करें संपर्क
बैठक में बताया गया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र का संचालन 24×7 किया जा रहा है जिसमें टोल फ्री नंबर 1077 पर किसी भी आपदा की जानकारी दी जा सकती है।
किसी भी प्रकार का जोखिम न लें बस चालक
उपायुक्त ने हिमाचल पथ परिवहन निगम के चालकों को बर्फबारी के दौरान किसी भी प्रकार का जोखिम न लेने का आग्रह किया। उन्होंने निगम को लिखित रूप में सभी चालकों को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी करने को कहा।
पांच सेक्टर में बांटा शिमला
जिला प्रशासन ने बर्फबारी से निपटने के लिए शिमला को पांच सेक्टर में बांटा है। हर सेक्टर में एक नोडल अधिकारी भी तैनात किया गया है, ताकि काम सही तरीके से किया जा सके।
• सेक्टर-1- संजौली, छोटा शिमला, ढली, कुफरी, नालदेहरा, मशोबरा, बल्देयां। इसके प्रभारी एसडीएम शिमला ग्रामीण होंगे।
• सेक्टर-2- ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार से विक्ट्री टनल, कैथु, भराड़ी, चौड़ा मैदान, एजी ऑफिस, अनाडेल और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय। इसके प्रभारी एडीएम लॉ एंड ऑर्डर होंगे।
• सेक्टर-3- टूटीकंडी बाईपास से शोघी, चक्कर, बालूगंज, टूटु, जतोग, नाभा, फागली, खलीणी, बीसीएस और विकास नगर। इसकी प्रभारी एसडीएम शिमला शहरी होंगी।
• सेक्टर-4- डीसी ऑफिस, विक्ट्री टनल से कार्ट रोड से छोटा शिमला तक, ओक ओवर, यूएस क्लब, रिज, होली लॉज, जाखू, रिच माउंट, रामचन्द्र चौक, कमला नेहरू अस्पताल और उच्च न्यायालय। इसकी प्रभारी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) होंगी।
• सेक्टर-5- हिमाचल प्रदेश सचिवालय, छोटा शिमला, ब्रॉकहॉस्ट, मेहली, कसुम्पटी और पंथाघाटी। इसके प्रभारी शिमला के अतिरिक्त उपायुक्त होंगे।
प्राथमिकता के आधार पर खोले जाने वाले मार्ग
- संजौली से आईजीएमसी
- आईजीएमसी से कैंसर अस्पताल
- केएनएच से कार्ट रोड
- राजभवन से ओक ओवर
- होली लॉज से रिज, रिच माउंट, यूएस क्लब, ओक ओवर और सचिवालय।
- बालूगंज से पीटरहॉफ से चौड़ा मैदान से एजी ऑफिस।
- लिफ्ट से हाईकोर्ट से ओक ओवर से छोटा शिमला।
- कार्ट रोड से विक्ट्री टनल से सचिवालय
- कार्ट रोड से विक्ट्री टनल से लक्कड़ बाजार होते हुए संजौली
- कैनेडी चौक से अन्नाडेल।
- छोटा शिमला से कसुम्पटी और पंथाघाटी
- मेहली से शोघी होते हुए टूटीकंडी।