शिमला,हिमशिखा न्यूज़
किन्नौर में 15 अगस्त को काले झंडे दिखाए जाने पर मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वे किसी दल के नेता बनकर किन्नौर नहीं गए थे, बल्कि अतिथि बनकर समारोह में भाग लेने गए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं काला झंडा दिखाना उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है। मंत्री वीरेंद्र कंवर ने तंज कसते हुए कहा कि पूर्व सीएम राजा वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस में नेतृत्व की कमी हो गई है। साथ ही सत्ता की चाहत ने कांग्रेस को मुद्दा विहीन भी बना दिया है। बीजेपी सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं होने के कारण कांग्रेस घटिया राजनीति उतारू हो गई है। इधर, कैग की रिपोर्ट कृषि एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने जवाब दिया है
कैग की रिपोर्ट अंतिम नहीं
वीरेंद्र कंवर ने कांग्रेसी नेताओं की बयानबाजी पर तीखा पलटवार किया है। कंवर ने कहा कि झूठी बातें करना विपक्ष को शोभा नहीं देता है। बयानबाजी से पहले कांग्रेस को यह जान लेना चाहिए कि मामला साल 2016 का है। बीजेपी की सरकार आते ही हमने इस पर संज्ञान लिया। और त्वरित कार्रवाई की। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि कैग की रिपोर्ट कोई अंतिम रिपोर्ट नहीं होती है, बल्कि इसमें विभाग की कमियों को दर्शाया जाता है चारा घोटाले का पकड़ा जा चुका है आरोपी अधिकारी
चारा घोटाले की आंच विभाग और मंत्री तक पहुंचने पर वीरेंद्र कंवर ने अपना बचाव किया। उन्होंने कहा कि मामला साल 2016 से 2018 के बीच का है। जांच के दौरान पता चला कि पशुपालन विभाग का एक एकाउंटेंट विभिन्न योजनाओं से आने वाले पैसे को अपने खाते में जमा करवाता था। करीब 60 लाख रुपए का घोटाला सामने आया था। उन्होंने कहा कि जैसे ही मामला उनके ध्यान में आया, तो उसपर तुरंत कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की गई। वहीं, पूरी जांच के बाद जहां पैसे को रिकवर भी कर लिया गया है, वहीं कर्मी पर कार्रवाई भी की गई।