नाहन,हिमशिखा न्यूज़ 30/03/2022
नाहन में देश का पहला रोलिंग बैरियर सिस्टम
कपिल शर्मा सिरमौर : देश के पहाड़ी इलाको में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्रीय भूतल व परिवहन मंत्रालय ने एक पहल की है। प्रयोग के तौर पर हिमाचल के सिरमौर जिला के नाहन में रोलिंग बैरियर गार्डरल सिस्टम (Rolling Barrier Guardrail System) को इंस्टॉल किया है। हालांकि ये सिस्टम कुछ सप्ताह पहले स्थापित कर दिया, लेकिन मंगलवार के देश के भूतल व परिवहन मंत्री ( Nitin Gadkar) के ट्वीट के बाद ये प्रोजेक्ट राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गया है
गडकरी ने लिखा कि नाहन से सोलन को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 907 ए पर ये पायल प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस तकनीक के जरिये पहाड़ी इलाकों में हादसों पर रोकथाम लगेगी। केंद्र सरकार ने देश के पहले रोलिंग क्रैश बैरियर का ट्रायल नाहन में किया है। इस पर 3 करोड़ 67 लाख रूपये खर्च किये गए है। पहले चरण में NH 503 पर 300 मीटर, जबकि NH 907A पर 206 मीटर हाईवे पर रोलर क्रैश बैरियर लगाए गए हैं। NH 503 पर ऊना जनपद में रोलिंग बैरियर गार्ड रेल सिस्टम लगाया जाना है। फ़िलहाल नाहन में कार्य पूरा हो गया है। सिस्टम को इंस्टॉल (Install) करने के लिए इंजीनियर्स को साउथ कोरिया (South Korea) से आना था लेकिन मुमकिन नहीं हो पा रहा था लिहाजा ऑनलाइन ही साउथकोरिया से मागदर्शन दिया गया और 10 मार्च के आसपास स्थानीय इंजीनियर्स ने सिस्टम को सफलता पूर्वक इनस्टॉल कर दिया। एक अन्य जानकारी के मुताबिक तमिलनाडु में निजी स्तर पर रोलिंग बैरियर लगाए गए है लेकिन केंद्र सरकार के स्तर पर इन्हें देश में पहली बार नाहन में स्थापित किया गया है। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सिरमौर जिले के नाहन में वाहनों को दुर्घटनाग्रस्त होने से रोकने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इसके तहत सिरमौर (Sirmaur) के 206 मीटर एरिया में रोलर क्रैश बैरियर लगाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
क्या है यह सिस्टम
यह एक शॉक एब्जॉर्निंग सिस्टम है, जो टकराव के दौरान होने वाले इंपैक्ट को कम कर देता है। टकराने पर वहाँ की स्पीड कम हो जाएगी। साथ ही वाहन वापस सड़क की तरफ दिशा बदल लेगा। वाहन में गिरने की संभावना खत्म हो जाएगी। साथ ही वहाँ के क्षतिग्रस्त की संभावना कम होगी।*