शिमला,हिमशिखा न्यूज़
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कोविड-19 मामलों में अचानक आई वृद्धि को देखते हुए राज्य के सभी डीसी को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिए हैं। जयराम ठाकुर आज शिमला से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के डीसी और एसपी के साथ कोविड-19 स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में वर्तमान में कोरोना वायरस लगभग 2700 सक्रिय मामले हैं। यह चिंता का विषय है कि बहुत ही कम समय में मामलों में वृद्धि हुई हैं।सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से अधिकांश मामले सामने आए हैं, जबकि प्रमुख पर्यटन स्थलों शहरी क्षेत्रों में बहुत कम मामले सामने आए हैं, जो दर्शाता है कि पर्यटकों के आगमन का राज्य के विभिन्न हिस्सों में कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के फैलने के प्रमुख कारण सामाजिक समारोह समारोह, दावत आदि हैं।
आठ पीएसए संयंत्र का काम पूरा
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त और सामान्य बिस्तर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, कोरोना टेस्ट किट और वेंटिलेटर हैं। 28 अतिरिक्त पीएसए संयंत्र स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि आठ पीएसए संयंत्रों पर कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। 31 अगस्त तक दस और पीएसए संयंत्रों के कार्य पूर्ण हो जाएंगे। सीएम जयराम ठाकुर ने कुल्लू, मंडी, शिमला, चंबा और किन्नौर के जिला प्रशासन को इन जिलों के विभिन्न हिस्सों में चल रहे सेब सीजन को ध्यान में रखते हुए मजदूरों की जांच की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए और प्रतिबंध लगाने, स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करेगी।
पहली खुराक
सीएम ने कहा कि टीकाकरण अभियान को तीव्र करने की आवश्यकता है, क्योंकि टीकाकरण इस वायरस को रोकने का सबसे सुदृढ़ उपाय है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर, कुल्लू, बिलासपुर, किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिलों ने पहली खुराक के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा कर लिया है। दस दिनों के भीतर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में 29 प्रतिशत लोगों ने दूसरी खुराक ली है। नवम्बर तक राज्य के सभी लोगों का टीकाकरण कर दिया जाएगा।
चेकिंग व्यवस्था मजबूत करें पुलिस अधिकारी
सीएम जयराम ठाकुर ने उपायुक्तों को पीएसए संयंत्रों की स्थापना के लिए सिविल और विद्युत कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए, ताकि मरीजों को यह सुविधा शीघ्र उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि सीमा और अन्य क्षेत्रों में चेकिंग की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस विभाग की निधि और मानव संसाधन को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि जिलों को सेब सीजन के दौरान सड़कों के रखरखाव और वाहनों के सुचारू संचालन की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए।