शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 09/12/2022
खाता नहीं खोल पाई भाजपा, कांटे की टक्कर मेें जीती कांग्रेस
सोलन-लाहुल-किन्नौर-हमीरपुर जिला में झटका, हाथ मजबूत
विधानसभा चुनाव में चार जिलों में भाजपा का खाता भी नहीं खुला है। यह चारों जिला भाजपा मुक्त हो गए हैं। इनमें किन्नौर और लाहुल-स्पीति के दोनों ट्राइबल जिले तो एक-एक सीट के हैं, लेकिन सोलन और हमीरपुर में भी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। हमीरपुर जिला में भाजपा को अप्रत्याशित हार मिली है और यहां सभी पांचों सीटों पर भाजपा का खाता नहीं खुला है। हमीरपुर शहरी सीट निर्दलीय आशीष शर्मा को गई और भाजपा यहां तीसरे नंबर पर आ गई, जबकि करीबी मुकाबले में भोरंज भी हाथ से निकल गई। यह सीट कई दशकों बाद भाजपा से कांग्रेस को गई है। बड़सर, सुजानपुर और नादौन पहले ही भाजपा के नियंत्रण में नहीं थी। इस विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री धूमल चुनाव लडऩे से ठीक पहले चुनावी राजनीति से अलग हो गए थे। उनके मैदान से हटने के बाद जैसे पूरे जिला में ही झाड़ू फिर गया। अब भाजपा के सामने 2024 का लोकसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती है। खासकर कांग्रेस की सरकार में यदि मुख्यमंत्री भी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से हो गया। ऐसा क्यों हुआ, अभी पार्टी को यह जवाब देना होगा, क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इसी संसदीय सीट से हैं। हालांकि बिलासपुर में तीन सीटें भाजपा को मिली हैं।
सोलन में चार सीटें जीती कांग्रेस
सोलन जिला में भी कुल पांच सीटों में से चार कांग्रेस को गई, जबकि भाजपा के एक बागी नालागढ़ में जीत गए हैं। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस विधायक लखविंद्र राणा को अपने साथ लेकर टिकट देना पार्टी के लिए घातक साबित हुआ। यहां भाजपा के पूर्व विधायक और वर्तमान में निर्दलीय चुनाव लड़े केएल ठाकुर ने भाजपा नेताओं की सारी गणना को झूठा साबित कर दिया। बाकी चारों सीटों पर पर भी भाजपा को कुछ नहीं मिला। कांग्रेस के कर्नल धनीराम शांडिल सोलन से, अर्की से संजय अवस्थी, दून से राम कुमार और कसौली से पहली बार विनोद सुल्तानपुरी स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल को हराकर चुनाव जीत गए।
अपने ही बूथ पर हार गए मंत्री राजेंद्र गर्ग
घुमारवीं। घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा चुनावों के परिणाम की मतगणना डिग्री कालेज घुमारवीं में हुई। मतगणना के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी राजेश धर्माणी ने शुरू से ही अपनी बढ़त बनाए रखी। वहीं, मंत्री राजेंद्र गर्ग को मतगणना के दौरान एक भी राउंड में बढ़त नहीं मिल पाई, जिसके चलते कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र धर्माणी 5611 मतों से विजयी रहे। कांग्रेस प्रत्याशी राजेश धर्माणी को 35378 मत पड़े, जबकि राजेंद्र गर्ग को 29767 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी ने 5611 मतों से जीत हासिल की। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी राकेश चोपड़ा को 1633 मत पड़े।
नौ सीटों पर कड़ा मुकाबला, भाजपा की झोली में सिर्फ चार
विशेष संवाददाता—शिमला
कांग्रेस ने प्रदेश में रिवाज बदलने की संभावनाओं को खारिज करते हुए सत्ता हासिल कर ली है, लेकिन चर्चा उन सीटों की भी है, जो बेहद करीबी मुकाबले में आखिरी घड़ी तक फंसी हुई थी। इन सीटों पर जीत और हार तय करने में नोटा और पोस्टल बैलेट का अहम किरदार रहा है। इस बार नौ सीटें ऐसी रहीं जिन पर मुकाबला कांटे का हुआ। इनमें से दोनों ही पार्टियों के हिस्से पांच-पांच सीटें आई हैं। प्रदेश में सबसे करीबी मुकाबला भोरंज सीट पर हुआ है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी महज 60 मतों से जीत दर्ज कर पाए और उससे भी रोचक यह रहा कि यहां 293 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।
करीबी मुकाबले में जीती भाजपा
श्रीनयनादेवी में कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरे रामलाल ठाकुर को करीबी मुकाबले में हार झेलनी पड़ी है। हार और जीत का फैसला महज 271 मतों के अंतर से हुआ है। यहां 225 मतदाताओं ने नोटा दबाया, तो पोस्टल बैलेट में भाजपा के रणधीर शर्मा को 525 जबकि रामलाल ठाकुर को 499 मत हासिल हुए। नोटा और पोस्टल बैलेट में कम हिस्सेदारी यहां रामलाल ठाकुर की हार के लिए जिम्मेदार रहे हैं। बिलासपुर सदर में भाजपा ने 278 मतों से चुनाव जीता है। यहां 261 मतदाताओं ने नोटा के पक्ष में बटन दबाया। द्रंग में कौल सिंह को 618 मतों से हार का सामना करना पड़ा है। यहां 579 ने नोटा दबाया है। पोस्टल बैलेट में 1098 कांग्रेस के पक्ष में जबकि 729 भाजपा के खाते में गए हैं। हालांकि पोस्टल बैलेट में 359 मत रिजेक्ट भी हुए हैं। इसका नुकसान कहीं न कहीं कौल सिंह को उठाना पड़ा है, जबकि बल्ह में 1307 मतों से जीत और हार का फैसला हुआ है। इस सीट पर 498 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया है। 1299 पोस्टल बैलेट कांग्रेस, जबकि 1018 कांग्रेस के खाते में आए हैं।
किस पार्टी को कितने वोट
रामपुर : कांग्रेस ने 567 मतों से जीत दर्ज की है। यहां 377 लोगों ने नोटा का बटन दबाया, तो पोस्टल बैलेट से 939 मत कांग्रेस, जबकि 515 भाजपा के खाते में आए और यहीं से भाजपा की हार भी तय हो गई।
शिलाई : कांग्रेस के पुराने नेता हर्षबर्धन चौहान 382 मतों से जीतने में कामयाब हो पाए हैं, जबकि यहां 525 मत नोटा के हिस्से गए। पोस्टल बैलेट से कांग्रेस के खाते में 29 मत ही ज्यादा आए हैं।
सुजानपुर : कांग्रेस ने 399 मतों से चुनाव जीता है। यहां 237 लोगों ने नोटा का बटन दबाया, जबकि पोस्टल बैलेट से 845 वोट कांग्रेस के खाते में आए। भाजपा को 562 मत डाक के माध्यम से हासिल हुए।
रेणुकाजी : कांग्रेस ने 860 मतों से जीत दर्ज की है। यहां 485 मतदाताओं ने नोटा का चुनाव किया है,
जबकि 796 पोस्टल बैलेट कांग्रेस तो 656 भाजपा के खाते गए हैं।