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शिमला,हिमशिखा न्यूज़

हिमाचल की राजधानी शिमला शहर में आज वर्ष 2021 की पहली बर्फबारी है। प्रदेश की ऊंची पहाड़ियों सहित राजधानी शिमला में आज सुबह ही बर्फबारी का दौर शुरू हो गया।  पहाड़ों की रानी में गुरुवार सुबह बर्फ के तेज फाहों के साथ बर्फबारी की शुरुआत हुई लेकिन कुछ देर बाद यह दौर थम गया। हालांकि बुधवार को रिज पर हल्की बजरी गिरी थी , जिसमें पर्य़टकों को खूब मस्ती की थी। शिमला ने नारकंडा, कुफरी, चांशल, चौपाल सहित अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर चला हुई है। रोहड़ू उपमंडल के खड़ा पत्थर, टिक्कर, खदराला, सुंगरी व डोडरा- क्वार में ताज़ा बर्फ गिरने के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ गिरने के कारण पूरा हिमाचल शील लहर की चपेट में है।कुल्लू जिला में 2 दिनों से ऊंचे क्षेत्रों में भारी बर्फबारी निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश का दौर लगातार जारी है वहीं बीती रात मनाली के धुंधी में 10 इंच ताजा बर्फबारी हुई है।

मलाणा में 6 इंच, बिजली महादेव और माहिती नाग के प्रांगण में 4 इंच ताजा बर्फबारी हुई है। बर्फ गिरने से ऊंचे क्षेत्रों में यातायात बाधित हुआ है। औट- लुहरी नेशनल हाईवे -305 पर जलोड़ी दर्रे में भारी बर्फबारी होने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। कुल्लू जिला में ग्रामीण क्षेत्रों में बर्फ़बारी के बाद कई गांव में बिजली गुल हो गई है।lahaul-spiti पुलिस विभाग की तरफ से अटल टनल रोहतांग और सिस्सू के बीच आवाजाही के लिए रोक लगा दी गई है ऐसे में पुलिस विभाग की तरफ से एडवाइजरी जारी कर दी गई है ताजा बर्फबारी होने के कारण सड़कों में फिसलन हो गई है। दूसरी तरफ हिमस्खलन गिरने की चेतावनी भी सांसे के द्वारा जारी कर दी गई है, जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने अटल टनल रोहतांग और सिस्सू के बीच आवाजाही पर फिलहाल रोक लगा दी गई है ।

एसपी मानव वर्मा ने बताया कि लाहुल स्पीति में पिछले कल से मौसम खराब है। ऐसे में अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल पर बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते सड़कों पर आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति में वाहनों को जाने के लिए प्रशासन की अनुमति लेनी जरूरी है।मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में 5 फरवरी तक मौसम खराब रहेगा। जिसमें ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी व निचले इलाकों में बारिश की संभावना जताई जा रही है।

ऐसे में सुबह हुई हल्की बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आ गई है ।बता दें कि इस वर्ष जनवरी महीने में बर्फबारी न होने के कारण पिछले पंद्रह सालों का रिकॉर्ड टूटा है। ऐसे में फरवरी माह में बर्फबारी से किसानों व बागबानों को काफी लाभ होने वाला है।

By HIMSHIKHA NEWS

हिमशिखा न्यूज़  सच्च के साथ 

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