पांच दिवसीय मॉल्यूकूलर बायोलॉजी कार्यशाला का समापन साध्वी
जोधपुर। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में चल रही पांच दिवसीय मॉल्यूकूलर बायोलॉजी कार्यशाला का समापन शुक्रवार को हुआ । यह कार्यशाला एमआरयू डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज और आईसीएमआर, एनआईआईएच मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में हुई। कार्यशाला का प्रयोजन मेडिकल कॉलेज के एमआरयू में ऑटो इम्यून डाइग्नोस्टिक लेबरोट्रिस सेटअप करने का था।
एमआरयू के नोडल अधिकारी डॉ. राकेश जोरा ने बताया कि पूरे भारत के अलग- अलग एमआरयू से 25 साइंटिस्ट तथा लैब टेक्निशियन ने इस कार्यशाला में भाग लिया। इस प्रोजेक्ट के अर्न्तगत जिन मरीज को एनरोल किया गया हैं उनके एसएलई, एलएन, सीलिकोसिस, विटामिन-डी इत्यादि के सेम्पल टेस्टिंग सिखाई गई। इन मरीज की रिपोर्ट आईसीएमआर, एनआईआईएच मुंबई द्वारा स्टडी की जारही है। सभी 10 सलेक्टेड एमआरयू के साइंटिस्ट को इन पांच दिनों में ईएल आईएसए, पीसीआर, आरएफएलपी, एनका, डीएनए आईसोलेशन, आईजीएम, आईजीजी इत्यादि की हेन्डस ऑन ट्रेनिंग दी गई हैं। यह ट्रेनिंग स्ट्रेन्थिंग ऑफ आईसीएम आर- एमआरयू, एस्टी बिल्समेन्ट ऑफ डाइगनोस्टिक लेबरोटिस फॉर अरली डिटेक्शन एंड मेनेजमेन्ट ऑफ ऑटोइम्यून डिसिस एन्ड एमपॉवरिंग एमआरयू सेवादार फॉर रिसर्च इन ऑटो इम्यूनीटी डॉक्टर सेक्शन प्रोजेक्टस के सेकेन्ड फेज के प्रोजेक्ट के लिए दी गई परिहार हैं। समापन समारोह में ये न्यूज लगानी है, हिमाचल से दो वैज्ञानिकों डॉ चन्द्र कांत शर्मा और ड़ॉ मीनाक्षी चंदेल ने भाग लिया डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एण्ड कन्ट्रोलर डॉ. दिलीप कच्छवाहा, नोडल ऑफिसर डॉ. राकेश विधान से जोरा और डॉ. वंदना प्रधान ने सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र इस दौरान देकर सम्मानित किया। डॉ. वंदना प्रधान ने डॉ. राकेश जोरा, डॉ. गए। बड़ी शैलेन्द्र शर्मा, डॉ. श्वेता माथुर, हर्षवर्धन सिंह राठौड, दिव्यांशु होने की तंवर, चंचल राठौड़ को धन्यवाद दिया ।