शिमला,हिमशिखा न्यूज़
तीन महिलाएं और 11 वर्षीय बच्चे सहित 21 ने की 130 किलोमीटर की माउंटेन बाईकिंग
नशे के खिलाफ जागरूकता का संदेश दे 21 साईकलिस्ट चंडीगढ़ से पहुंचे शिमला
युवाओं में ड्रग्स के दुष्प्रभाव के प्रति जागरुकता फैलाने की दिशा में चंडीगढ़ के साईकलिस्टों की रैली शनिवार दोपहर सोलन पहुंची। रैली लगभग 130 किलोमीटर की दूरी तय कर देर शाम फागू पहुंची जहां उनका स्वागत ठियोग पैल्डस के साईकलिस्टों ने किया। आयोजक विक्रांत शर्मा और सुदीप रावत ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य युवाओं में फिटनैस का पैगाम फैलाकर ड्रग्स से दूरी बनाये रखना का है।विक्रांत शर्मा ने बताया कि साईकलवाॅक्स द्वारा आयोजित इस रैली में कुल 21 साईकलिस्ट भाग ले रहे हैं जिसमें से अधिकतर ने लाॅकडाउन के दौरान ही साईकल को अपना शौक बनाया था। इन युवाओं में इस शौक को पैशन बनाने में देर नहीं लगी और आज आलम यह है कि यह सभी एक नेक मिशन के लिये चंडीगढ़ से लगभग 8000 फीट स्थित फागू तक पार करने के लिये आतुर हैं। इस रैली में दो महिलायें सहित सबसे छोटा रैलिस्ट 11 वर्षीय तन्मय भी है ।सुदीप रावत ने बताया कि ठियोग पैडल्स के सदस्यों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में नशाखोरी युवाओं में एक विकराल रुप धारण कर रही है जिसके लिये सरकार के साथ साथ स्वयं युवाओं को युवाओं के लिये ही जागृत करने की आवश्यकता है। यह साईकल रैली इसी दिशा में उठाया गया एक छोटा सा प्रयास है।4 अप्रैल को ठियोग और शिमला सहित अन्य कस्बों में चंडीगढ़ और ठियोग के साईकलिस्ट सांझे रुप से भी साईकलिंग करेंगें और नशाखोरी से होनी वाली हानियों के प्रति जागरुकता फैलायेंगें। ठियोग पैडल्स के सचिव बालकृष्ण बाली ने बताया कि एसडीएम ठियोग सौरभ जस्सल जो कि स्वयं एक साईकलिस्ट हैं, स्थानीय विधायक राकेश सिंघा, आबकारी एवं कराधान के डिप्टी कमीशनर देव कांति खाची और हिमाचल प्रदेश रणजी टीम के पूर्व कप्तान अरुण वर्मा चंडीगढ़ से आये साईकलिस्टों को मैडल्स देकर सम्मानित करेंगें।
इसी में बाॅक्स
इस सहासिक अभियान में साईकल रैली के बीच 11 वर्षीय तन्मय रावत आर्कषण का केन्द्र है जो पूरी तरह आश्वस्त है कि वे इस रैली को पूरा कर सकेगा। लाॅकडाऊन में अपने अभिभावकों के साथ तन्मय ने खूब साईकल चलाई जिसके परिणामस्वरुप अब साईकलिंग उनकी दिनचर्या का हिस्सा है। पिछले एक साल में तन्मय ने अपने पिता सुदीप रावत के साथ कसौली, डगशई, मोरनी, अंबाला, पटियाला, सहित कई माउंटेन हिल्स डेस्टीनेशंस तक जाकर साईकलिंग स्किल्स को पैना किया है। तन्मय ने बताया कि साईकलिंग से सबसे बड़ा फायदा उन्हें विडियो गेम्स और टीवी के प्रति पैदा हो रहे लगाव पर अंकुश लगाया है। साईकलिंग के प्रति बढ़ती दिलचस्पी से वे ऐसे कई ओर अभियान का हिस्सा बनना चाहते हैं। तन्मय ने बताया कि वे इतनी प्रेक्टिस करना चाहते हैं कि जिससे की अगामी गर्मियों में वे अपने पिता के साथ लगभग 1500 किलोमीटर वाले मनाली – लेह – श्रीनगर सर्किट साईकल पर कवर कर सकें।