सितंबर 2024 तिमाही के लिए बैंकों के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए 174वीं राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की अध्यक्षता करते हुए यूको बैंक के कार्यकारी निदेशक श्री राजेंद्र कुमार साबू जी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में एक सकारात्मक दौर से गुजर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ग्लोबल एजेंसी ने कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि 7.2 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है, जो यह दर्शाता है कि देश एक बेहतर आर्थिक स्थिति में है।
उन्होंने कहा कि यदि हिमाचल प्रदेश में बैंकों की बात करें तो पिछली तिमाही की तुलना में बैंकों ने जमा राशि में 6,739 करोड़ रुपये की और अग्रिमों में 2,891 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की है। जहाँ तक वार्षिक ऋण योजना के लक्ष्यों का संबंध है, बैंकों ने प्राथमिकता क्षेत्र के लक्ष्यों का 48.77% प्राप्त किया है।
हि.प्र. सरकार से मुख्य सचिव श्री प्रबोध सक्सेना ने कहा कि राज्य में ऋण जमा अनुपात(CD Ratio) मैं पिछले साल के मुक़ाबले बढ़ोतरी हुई है जिस के लिये उन्होने सभी बैंको की सराहना की। उन्होंने सभी सदस्य बैंकों को मार्च 2025 तक 50% ऋण जमा अनुपात(CD Ratio प्राप्त करने के लिए अपनी रणनीतियाँ तैयार करने की सलाह दी है।
उन्होंने बैंकों को राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं जैसे कि डॉ यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना और राजीव गांधी स्वरोजगार योजना का प्रचार-प्रसार करने और इन सरकारी योजनाओं के तहत अधिकतम ऋण मंजूर करने की भी सलाह दी।
बैठक में अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों में हिमाचल प्रदेश सरकार के विशेष सचिव वित्त श्री रोहित जामवाल, श्री प्रदीप आनंद केशरी, अंचल प्रमुख यूको बैंक शिमला, भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक श्री अनुपम किशोर, एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक श्री कृष्ण शर्मा जी, नाबार्ड शिमला के उप महाप्रबंधक श्री मनोहर लाल, राज्य स्तरीय बैंकर समिति की प्रभारी श्रीमती कुसुम गुप्ता और श्री विवेक गुप्ता, निदेशक वित्तीय सेवाएं विभाग मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इसमें श्री विवेक गुप्ता, निदेशक, वित्तीय सेवाएं विभाग वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े थे।