पठानकोट,हिमशिखा न्यूज़
- मंडियों में तिरपाल लगा कर गेहूं की फसल को भीगने से बचाया
- बैंक खाते की बजाए कैश पेमेंट देने की किसानों ने सरकार से की मांग
- खरीद एजेंसियों की ओर से 285 मीट्रिक टन खरीद की गई गेहूं
- जिले की मंडियों में पहुंची अब तक 1385 मीट्रिक टन पहुंची गेहूं
वीरवार दोपहर को जिले में हुई हलकी बारिश ने किसानों की चितांए बढा दी। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहने के कारण किसानों के चेहरे मुरझाए देखें गए। लेकिन मंडियों में वारदाना पहुंचने के कारण किसानों की गेहूं की फसल को बचा लिया गया। जिससे किसानों को कुछ राहत मिली। पंजाब सरकार के आदेशानुसार 10 अप्रैल से सरना, कानवां व जसवाली, भोआ मंडी, सिहोडा मंडी में गेहूं की फसल पहुंचना शुरू हो गई थी। जिसे देखते हुए आढतियों की ओर से मंडी में बिजली, पानी के साथ-साथ वारदाना का भी प्रबंध कर लिए गए। आढती एसोसिएशन के प्रधान गुरनाम सिंह छीना व मुलखराज ने बताया कि मंडियों में 10 अप्रैल से गेहूं की फसल की आमद शुरू हो गई, लेकिन तब तक मंडियों बिजली, पानी व वारदाने का कोई भी प्रबंध नहीं था लेकिन अब मंडी बोर्ड की ओर से मंडियों में बिजली, पानी व वारदाने का प्रबंध कर लिया गया हे। जहां तक कि मंडियों में अब तो खरीद एजेंसियां भी पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि सरना, जसवाली, कानवां व भोआ मंडी में पनग्रेन व एफसीआई एजेंसी के कर्मी पहुंच चुके है। जबकि तारागढ मंडी में वेयरहाऊस के कर्मी पहुंच चुके है। मंडियों में क्षेत्र के किसान अपनी गेहूं की फसल लेकर पहुंच रहे हे। इसमें पनग्रेन, एफसीआई व वेयरहाऊस की ओर से खरीद की जा रही ह वहीं दूसरी तरफ किसान करनैल सिंह, रण्जीत सिंह,हरदीप सिंह, त्रिलोक सिंह, गुरविंदर सिंह ने कहा कि वह एक दिन पहले ही मंडी में अपनी गेहूं की फसल लेकर आए थे। जिस पर उनकी फसल की खरीद कर ली गई है लेकिन उनके बैंक अकाऊंट ग्रामीण बैंक व कोआर्पेटिव बैंक में है। जिस कारण उनकी उनके खाते में पैसे नहीं आ रही है। सरकार की ओर से किसानों को एचडीएफसी बैंक में खाते खुलवाने के लिए कहा जा रहा है। जोकि उनके लिए संभव नहीं हे। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बैंक अकाऊंट की बजाए उन्हें कैश पेमेंट दी जाए। उन्होंने कहा कि कई किसानों की ओर से आढतियों से एडवांस पैसे लिए गए होते हैं। जिस कारण बैंक से पेमेंट लेकर आढतियों को पैसे वापिस देने पड़ेगे। किसानों ने बताया कि इस बार मंडियों में पूरे प्रबंध करने के साथ –साथ उन्हें गेहूं की फसल के दाम भी पिछले वर्ष के रेट से ज्यादा दिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रति क्विंटल 19.25 रूपए दिए गए थे लेकिन इस बार उन्हें प्रति क्विंटल 19.25 रूपए दिए जा रहे है। जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले से अच्छे दाम है।
जिला खुराक व सप्लाई कंट्रोलर पठानकोट निर्मल सिंह ने बताया कि जिले में 15 स्थाई व 6 सब यार्ड बनाए गए हैं तथा मंडियों में गेहूं की आमद शुरू हो गई है। इसमें जिले की मंडियों में पहुंची अब तक 1385 मीट्रिक टन गेहूं पहुंची है। इसमें पठानकोट में 75 मीट्रिक टन एफसीआई व 210 मीट्रिक टन पनग्रेन की ओर से खरीदी गई हे। इस प्रकार लगभग 285 मीट्रिक टन खरीद की जा चुकी है। जिले भर की सभी मंडियों में वारदाने सहित अन्य प्रबंध कर लिए गए है। इसके साथ ही मंडियों में सेनीटाइजर व हैंडवॉश प्वाईंट बनाए गए है। मंडी में आने वाले लोगों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है।