फीनिक्स अकैडमी(बालूगंज), आर्यावर्त इंस्टीट्यूट (तारा हॉल), और हिंद एजुकेशन (कालीबाड़ी) के संयुक्त तत्वावधान में शिमला के गलेन क्षेत्र में एक भव्य पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता को बढ़ावा देने एवं जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने हेतु जनसहभागिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में स्थानीय प्रजातियों के 100 पौधों का रोपण किया गया, जिनमें विशेष रूप से देवदार, बान एवं खनोर जैसे पर्यावरणीय दृष्टि से महत्वपूर्ण पौधों को प्राथमिकता दी गई।
इस अवसर पर स्वामी आर्यपुरुष जी महाराज (स्वामीनारायण मंदिर, कर्णावती) ने मुख्य अतिथि के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करवाई। उन्होंने अपने उद्बोधन में वृक्षों को ‘जीवनदाता’ बताते हुए कहा कि “वृक्षों का संरक्षण करना केवल पर्यावरण की नहीं, मानवता की भी सेवा है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम जो पेड़ लगाएं, उनका संरक्षण और संवर्धन भी उतनी ही जिम्मेदारी से करें।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय सूचना अधिकारी व शिमला आकाशवाणी केन्द्र के समाचार संपादक श्री रितेश कपूर जी ने की। उन्होंने कहा कि, “प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन की गंभीर चुनौती का सामना हम केवल सामूहिक प्रयासों और प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर ही कर सकते हैं। ऐसे आयोजन युवाओं में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना जाग्रत करते हैं।”
अभिलेखागार एवं वैचारिक प्रबोधन प्रमुख श्री महीधर प्रसाद ने इस अवसर पर स्वदेशी चेतना, प्रकृति पूजन और सामाजिक जागरूकता को जोड़ते हुए कहा कि “प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा हमारी सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग है।”
इस अवसर स्वामी गुरु संकल्प जी महाराज, मीडिया कर्मी उज्जवल शर्मा, उधम गुलेरिया, अनुज पंत, ललित ठाकुर,
भागेश शर्मा, विरेंद्र शर्मा एवं विकास गोयल तथा युवा सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविदों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
