एसजेवीएन ने अपनी 37वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया
एसजेवीएन लिमिटेड, एक अग्रणी नवरत्न सीपीएसई, ने आज अपनी 37वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) का आयोजन किया। भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए वित्तीय वर्ष 2024-25 में कंपनी की प्रचालन, वित्तीय एवं रणनीतिक उपलब्धियों को रेखांकित किया।
भूपेंद्र गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 प्रचालन उत्कृष्टता का एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा। एसजेवीएन ने अपनी सभी प्रचालनरत परियोजनाओं से 10,647 मिलियन यूनिट का अब तक का सर्वोच्च विद्युत उत्पादन हासिल किया। 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन ने 3450.98 मिलियन यूनिट का अब तक का सर्वोच्च तिमाही विद्युत उत्पादन, 39.572 मिलियन यूनिट का सर्वोच्च एकल-दिवसीय विद्युत उत्पादन और 1222.170 मिलियन यूनिट का रिकॉर्ड मासिक उत्पादन किया। इसी प्रकार, 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन ने 292.331 मिलियन यूनिट का अपना अब तक का सर्वोच्च मासिक विद्युत उत्पादन और 11.023 मिलियन यूनिट के सर्वोच्च एकल-दिवसीय विद्युत उत्पादन के साथ 955.616 मिलियन यूनिट का रिकॉर्ड तिमाही विद्युत उत्पादन दर्ज किया। 60 मेगावाट नैटवाड़ मोरी जलविद्युत स्टेशन ने अपनी डिजाइन एनर्जी को पार करते हुए अपने प्रथम प्रचालन वर्ष में 316.40 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन हासिल किया।
भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि एसजेवीएन ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में सुदृढ़ वित्तीय परिणाम दर्ज किए हैं। प्रचालन से राजस्व बढ़कर 2,897.25 करोड़ रुपए हो गया, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 के 2,533.59 करोड़ रुपए से 363.66 करोड़ रुपये अधिक है। स्टेंडएलोन कर-पश्चात लाभ (पीएटी) भी बढ़कर 970.18 करोड़ रुपए हो गया, जो गत वर्ष के 908.40 करोड़ रुपए से 61.78 करोड़ रुपए अधिक है। कंपनी के बोर्ड ने 0.31 रुपए प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की अनुशंसा की है, जिससे वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम लाभांश सहित कुल लाभांश 1.46 रुपए प्रति शेयर हो जाएगा। कंपनी ने इस क्षेत्र में सबसे स्वस्थ प्राप्य अनुपातों में से एक को बनाए रखते हुए सुदृढ़ वित्तीय अनुशासन को प्रदर्शित करते हुए 15 दिनों के राजस्व का अब तक का सर्वश्रेष्ठ ट्रेड प्राप्य स्तर हासिल किया है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में दिनांक 30 अगस्त 2024 को प्रतिष्ठित नवरत्न का दर्जा प्राप्त करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई। यह उपलब्धि भारत के विद्युत क्षेत्र परिवर्तन में एसजेवीएन की प्रचालन उत्कृष्टता, वित्तीय सुदृढ़ता और रणनीतिक महत्व को प्रदर्शित करती है।
अप्रैल 2024 से, पोर्टफोलियो में 12 परियोजनाओं से 691 मेगावाट क्षमता जोड़ी गई है, जिससे कुल स्थापित क्षमता 2967.52 मेगावाट हो गई है। बक्सर ताप विद्युत परियोजना की 660 मेगावाट की प्रथम इकाई को दिनांक 21 अगस्त 2025 को राष्ट्रीय ग्रिड के साथ सफलतापूर्वक सिंक्रोनाइज़ किया गया और माननीय प्रधानमंत्री द्वारा इसका उद्घाटन दिनांक 22 अगस्त 2025 को किया गया।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में, एसजेवीएन ने स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका सृजन और सामुदायिक अवसंरचना विकास आदि जैसे शीर्षों के अंतर्गत पहलों के साथ कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पर ₹31.24 करोड़ का व्यय किया है। डीपीई के तहत ‘उत्कृष्ट’ कारपोरेट अभिशासन रेटिंग को बनाए रखते हुए, कंपनी कार्बन उत्सर्जन में कटौती और भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन का समर्थन करने के लिए अपनी परियोजनाओं को निरंतर आगे बढ़ा रही है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु, एसजेवीएन के लिए 13090 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन और 12,000 करोड़ रुपए के कैपेक्स का एमओयू लक्ष्य है। वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही के दौरान, कंपनी ने 3681.60 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन, 822.4 करोड़ रुपए का राजस्व और 258.51 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ दर्ज किया है।
भूपेन्द्र गुप्ता ने अपने संबोधन के समापन पर भारत सरकार, राज्य सरकारों, प्रमुख मंत्रालयों और भागीदार संस्थानों के प्रति उनके निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी हितधारकों का भी आभार व्यक्त किया और बोर्ड तथा एसजेवीएन कर्मचारियों के समर्पण को कंपनी का वास्तविक सामर्थ्य बताया। उत्कृष्टता और स्थायी विकास के प्रति एसजेवीएन की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, उन्होंने विकसित और श्रेष्ठ भारत के निर्माण में इसकी भूमिका पर बल दिया।