शिमला,हिमशिखा न्यूज़
ज्वालामुखी विकास सभा दिल्ली के महासचिव राकेश चंद्र और प्रचार सचिव रमेश चौधरी ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द हिमाचल में SDP (सिंगल डोनर प्रोसेस) मशीन जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं . बड़े दुख की बात है कि आज दिन तक हिमाचल में सिंगल डोनर प्रोसेस की सुविधा अभी तक उपलब्ध नहीं है और मरीजों को पी.जी.आई चंडीगढ़ जाना पड़ता है!SDP (सिंगल डोनर प्रोसेस) मरीजों में होने वाली प्लेटलेट्स जिनको शैल कहा जाता है उसकी कमी को पूरा करने का बहुत ही अच्छा तरीका है जिसमें रक्तदान करने वाले के शरीर से सिर्फ प्लेटलेट्स अलग कर लिए जाते हैं और रक्त वापिस रक्तदान करने वाले के शरीर में चढ़ा दिया जाता है इसमें एक फायदा यह भी होता है कि जिस भी रक्तदानी ने आज अपने प्लेटलेट्स डोनेट किए हैं वह 15 दिन के बाद दोबारा अपने प्लेटलेट्स और 28 दिन के बाद अपना होल ब्लड डोनेट कर सकता है जबकि एक नॉर्मल ब्लड या फिर बिना SDP मशीन द्वारा डोनेट किए हुए प्लेटलेट्स वाला डोनर जो है 3 महीने तक ब्लड नहीं दे सकता,बहुत ही फायदेमंद है यह मशीन पर दुर्भाग्यवश हिमाचल के किसी भी ब्लड बैंक में यह मशीन उपलब्ध नहीं है जिसकी वजह से मरीज में सेल की कमी के कारण बहुत सारे डोनर को रक्त देने के बाद 3 महीने की अवधी का इंतजार करना पड़ता हैजहां प्लेटलेट्स बनाने के लिए दो रक्त वीरों की जोड़ी चाहिए होती है वहां पर SDP मशीन से एक ही डोनर डोनेट कर सकता है SDP मशीन से जहां 20000 से 25000 प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए 1 डोनर की आवश्यकता होती है वही नॉर्मल डोनेशन में यदि प्लेटलेट्स बढ़ाने हो मरीज के तो कम से कम 6 रक्त वीरों की जरूरत होती है,
ज्वालामुखी विकास सभा सरकार से अनुरोध करती है कि प्रदेश हित में जल्दी से जल्दी हमारे हिमाचल के दो ब्लड बैंक एक मेडिकल कॉलेज टांडा और दूसरा आईजीएमसी शिमला में यह SDP मशीन की सेवा सरकार जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं!