शिमला,हिमशिखा न्यूज़
हिमाचल सरकार ने कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए अब राशनकार्ड धारकों को डिपुओं में पहले की तरह बिना फिंगर प्रिंट राशन देने का निर्णय किया। सरकार ने पहले राशनकार्ड धारकों को डिपुओं में फिर बायोमीट्रिक मशीनों से सस्ता राशन देने के आदेश जारी किए हुए थे। प्रदेश के लोग और डिपो संचालक इसका विरोध कर रह थे। लोगों और डिपों संचालकों को बायोमीट्रिक मशीनों पर अंगुली लगाकर (फिंगर प्रिंट) राशन वितरण करने पर कोरोना का डर सता रहा था, इससे असहमति और रोष जाहिर करते हुए सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग की जा रही थी।
हिमाचल के राशन कार्ड उपभोक्ताओं को अब डिपो में बायोमीट्रिक मशीनों में अंगुली लगाकर (फिंगर प्रिंट) राशन नहीं मिलेगा। कोरोना संक्रमण और राशन की गड़बड़ी रोकने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग ने आवंटन का नया तोड़ निकाला है। उपभोक्ताओं के राशनकार्ड पर जो नंबर होगा, उसे बायोमीट्रिक मशीन में अपलोड किया जाएगा। नंबर अपलोड होने पर उपभोक्ता के मोबाइल पर ओटीपी नंबर आएगा। उपभोक्ता यह ओटीपी डिपो होल्डर को बताएंगे। इस नंबर को मशीन में अपलोड किया जाएगा। उसके बाद लोगों को राशन आवंटित किया जाएगा। खाद्य आपूर्ति विभाग में इसका ट्रायल चल रहा है। खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक आरके गौतम ने बताया कि एक सप्ताह के बाद इस व्यवस्था को शुरू किया जाना है। इस व्यवस्था से हेराफेरी की गुंजाइश नहीं रहेगी। बड़ी बात यह भी है कि व्यक्ति किसी को भी डिपो में सामान लाने भेज सकेंगे। उपभोक्ता को सिर्फ ओटीपी नंबर बताना है। ओटीपी इसलिए, ताकि उपभोक्ता की जानकारी में रहे कि उन्हें कोटा जारी किया जा रहा है। कोरोना की चैन तोड़ने के लिए तथा राशन वितरण की गड़बड़ी रोकने के लिए ओटीपी से राशन देना सरकार का समयानुसार यह सही फैसला है।