शिमला,हिमशिखा न्यूज़
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र दौरान आज कांग्रेस सदन में हंगामा किया और फिर वॉकआउट लिया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्य नारे लगाते हुए विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार की कुर्सी तक पहुंच गए और दो मंत्रियों राकेश पठानिया व वीरेंद्र कंवर के अतिरिक्त विधायक राजेश ठाकुर व इंद्र सिंह गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। इस दौरान सता पक्ष व विपक्ष के बीच जमकर नारेबाजी भी हुई। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि मंगलवार को सही तरीक से चर्चा हो रही थी, लेकिन जिस प्रकार बाजुओं को खोलने और आंखों को दिखाकर मंत्री की ओर इशारा किया गया, वह सही नहीं था। विधानसभा अध्यक्ष के बयान पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अगर आपकी कोई विचारधारा हो तो क्या उसपर चर्चा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्पीकर विचारधारा विशेष के लोगों को संरक्षण दे रहे हैं और सदन में विपक्ष के सदस्यों के साथ भेदभाव कर रहे है। मुकेश ने आरोप लगाया कि विधायक जगत सिंह नेगी जब सदन में अपनी बात रखना चाहते थे उनको बात रखने का मौका नहीं दिया गया, सदन में संसदीय कार्यमंत्री और स्पीकर दोनों व्यवस्था बनाने की जगह खुद ही माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं। ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगाकांग्रेसी विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार से दो मंत्रियों राकेश पठानिया व वीरेंद्र कंवर के अतिरिक्त विधायक राजेश ठाकुर व इंद्र सिंह गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस संबंध में कांग्रेसी विधायकों ने पहले विस अध्यक्ष को पत्र भी लिखा था। जिसमें इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। कांग्रेस का आरोप है कि इन सभी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी के साथ हाथापाई करने का प्रयास किया। मंत्रियों ने तो अपने हाथ चढ़ा लिए थे। इसके अलावा सदन में वीरेंद्र कंवर ने गाली-गलौज तक की। कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि प्रश्नकाल के दौरान सदन की कार्यवाही को चलने नहीं देंगे।