जसवां परागपुर,हिमशिखा न्यूज़
प्रदेश सचिव राजिंदर शर्मा ने कहा है कि प्रदेश के कोविड सेंटरों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध ना होने की आए दिन मरीजों के अभिभावकों द्वारा शिकायतें की जा रही हैं और अव्यवस्था के इस आलम में बहुत से लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद कोविड-केयर सेंटरों में जाने से खौफ खा रहे हैं इसलिए कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं पर नजर रखने के लिए सरकार को यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाने चाहिए। आज यहां जारी एक बयान में राजिंदर शर्मा ने कहा कि इस महामारी के दौरान लोगों ने उदारता से मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में भी योगदान दिया है और प्रदेश के सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी अपना वेतन कटवाया है। इस पैसे का इस्तेमाल कोविड केयर सेन्टरों में व्यवस्थाएं चाक-चैबंद रखने और सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आए दिन ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कोविड केयर सेन्टरों में कोविड मरीजों को सही रूप से खाने पीने के सामान और अच्छी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। प्रदेश सरकार को चाहिए कि राज्य में जितने भी कोविड केयर सेंटर हैं, उन सभी कोविड केयर सेंटर्स की व्यवस्था को देखने के लिए यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए। इससे मरीजों को मिलने वाली उचित व्यवस्था का रोगियों के अभिभावकों व प्रशासन को भी पता चल सकेगा।
राजिंदर शर्मा ने कहा कि लगातार ऐसी शिकायतें भी लोग कर रहे हैं कि कोविड केयर सेंटर के अंदर कोविड के मरीजों की पर्याप्त देखरेख नहीं हो रही है और वहां तैनात कर्मियों द्वारा कोरोना मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। जब सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाएंगे तो अभिभावक भी अपने रोगी की सूरते हाल देख पाएंगे। वहां तैनात स्टाफ पर भी नजर रहेगी, जिससे वे अपनी ड्यूटी में कोताही नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा लोगों में जो खौफ का माहौल बना है, वह भी दूर होगा। शर्मा ने कहा कि सरकार को यहां सीसीटीवी कैमरे लगाने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए अन्यथा यही संदेश पूरे प्रदेश में जाएगा कि सरकार वस्तु स्थिति भी छिपा रही है और अव्यवस्था पर भी पर्दा डाल रही है