हिमाचल के बिलासपुर में गोली के छर्रे लगने से पांच साल का बच्चा बुरी तरह घायल हो गया। बच्चे की हालत को देखकर उसे आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया। आईजीएमसी में जब उसकी सर्जरी की गई तो बाजू में छर्रे अधिक होने के कारण उसकी के बाजू को निकालना पड़ा। हुआ यूं कि बिलासपुर के हरितल्यांगर जोहड़ी गांव में बीते बुधवार रात को यह घटना हुई। बच्चे के घायल होने के बाद उसे पहले स्थानीय निजी अस्पताल में दिखाया गया। इसके बाद उसे शिमला रेफर किया। आईजीएमसी शिमला से वीरवार को डॉक्टरों ने फोन करके पुलिस को सूचना दी। इससे पहले किसी ने भी इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी।
ये संदिग्ध सामग्री बरामद पुलिस टीम घटना की जानकारी मिलने के बाद उस घर पर पहुंची, जहां बच्चे को गोली लगी। इस दौरान पुलिस ने घर से छह कारतूस, दोनाली बंदूक, 22 डेटोनेटर बरामद और 36 फीट सुतली भी कमरे से बरामद की। घटना के वक्त घर पर दादा और पोता ही मौजूद थे। घर पर भारी मात्रा में असला मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इसे धमाका करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। उसे अपने पास रखना अपराध है।बच्चे के परिजनों से पूछताछ कर रही पुलिस आखिर ये असला, डेनोनेटर, सुतली आदि घर पर क्यों रखे गए और पुलिस को गन-शॉट की जानकारी क्यों नहीं दी गई। पुलिस ने बिलासपुर के भराड़ी थाना में मामला दर्ज कर दिया है। बच्चे के परिजनों से पूछताछ की जा रही है।