कस्वा कोटला,हिमशिखा न्यूज़
हर घर पाठशाला में संस्कृत बनीं छात्रों की पसन्द- डॉ अमनदीप शर्मा
शिक्षा सबका अघिकार है इसके पाठ्यक्रम में निर्धारित प्रत्येक विषय व्यक्तित्व विकास एवं सांस्कृतिक विकास के लिए आवश्यक है। जहाँ पूरा विश्व कोरोना के संकट से धीरे धीरे उभर रहा है उसी दौरान शिक्षा ने ऑनलाइल उपक्रमों के माध्यम से प्रत्येक घर तक अपनी पहुँच को सुनि्श्चित किया है। इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश में सरकार के प्रयत्नों के फलस्वरूप “हर घर पाठशाला” बेबसाइट का प्रारम्भ हुआ, जिसमें हिमाचल प्रदेश में पढ़ने वाले प्रथम कक्षा से बाहरवीं कक्षा के छात्रों के लिए प्रत्येक विषय की पाठ्यसामग्री उपलब्ध है। इसमें भी विशेष यह
है कि संस्कृत को भी बहुत रूचिकर तरीके से पढ़ाया जा रहा है जिसमें जिला कांगड़ा के डाडा सीबा शिक्षा खण्ड के अन्तर्गत राजकीय माध्यमिक विद्यालय कस्बा कोटला के संस्कृत शिक्षक डॉ अमनदीप शर्मा को “हर घर पाठशाला” में कार्य करने के लिए जिला परियोजना अधिकारी कांगड़ा के द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया है। डॉ अमनदीप शर्मा के साथ हुए वार्तालाप में उन्होंने बताया कि उन्होंने पूरे लॉकडाउन में अपना अधिकतर समय विद्यालय में बिताकर अपने यूटयूब चैनल संस्कृतगुरु 24 के माध्यम से कक्षा छठी के छात्रों के लिए बिल्कुल सरल तरीके से पूरा पाठ्यक्रम क्रमबद्ध तरीके से बनाया है तथा कक्षा सातवीं एवं आठवीं के छात्रों के लिए संस्कृत व्याकरण के समस्त विडियो को बनाया है, इसके साथ-साथ तीनों कक्षाओं में परीक्षा की तैयारी कैसे करनी है उसके लिए भी छात्रों को प्रेरित किया है। उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम में जितने भी श्लोकात्मक या गीतात्मक पाठ हैं उन्हें गायन पूर्वक पढ़ाया गया है, जिसमें छात्रों की तरफ से बहुत ही अच्छी प्रतिक्रियाऐं उन्हें प्राप्त हुई है, और संस्कृत के सरल स्वरूप का उन्हें आभास हुआ है। इस बीच चुनौतियों पर बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालयों में एवं महाविद्यालयों में वर्तमान में इस प्रकार के प्रशिक्षण पर बिशेष बल दिया जा रहा है जिससे संस्कृत में निहित ज्ञान विज्ञान को आधुनिक उपकरणों के माध्यम से समाजोपयोगी बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि इसके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार एवं शिक्षा विभाग प्रशंसा का पात्र हैं जिनके तात्कालिक प्रयासों से सम्पूर्ण पाठ्यक्रम के विडियो अब ऑनलाइल माध्यम से तैयार हो गए हैं तथा ऐसे शिक्षकों की प्राप्ति हो गई है जो प्रत्येक परिस्थितियों में कार्य कर सकने में योग्य हों।