शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 28/02/2023
VIP नंबरों की नीलामी वाला फैंसी पोर्टल सस्पेंड, फर्जीबाड़े के बाद परिवहन विभाग ने लिया फैसला
एचपी 99-9999 नंबर की नीलामी के दौरान हुए फर्जीबाड़े के बाद परिवहन विभाग ने लिया फैसला
परिवहन विभाग के फैंसी पोर्टल पर वीआईपी नंबर एचपी 99-9999 की नीलामी में लगी फर्जी बोलियों के बाद परिवहन विभाग ने पोर्टल सस्पेंड कर दिया है। आगामी आदेशों तक कोई भी फैंसी पोर्टल पर वीआईपी नंबर नहीं खरीद सकता है। उधर, परिहवन विभाग ने एनआईसी को पोर्टल में सुधार करने और सॉफ्टवेयर अपडेट करने को कहा है। परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस एचपी 99-9999 में हुए फर्जीबाड़े के दौरान अब फैंसी पोर्टल पर बोली लगाने के लिए नई व्यवस्था तैयार की जाएगी। नई व्यवस्था में वीआईपी नंबर की बोली लगाने के लिए रिजर्व प्राइस की 30 प्रतिशत राशि बिडिंग में भाग लेने से पहले ही जमा करवानी होगी। अगर सबसे ज्यादा बोलीदाता बोली लगाने के बाद नंबर को नहीं खरीदता हैं, तो उसकी 30 फीसदी राशि जब्त हो जाएगी और नंबर दोबारा से पब्लिक डोमेन में चला जाएगा।
वहीं अन्य बोलीदाताओं की 30 प्रतिशत राशि वापस हो जाएगी। जब तक यह व्यवस्था एनआईसी की ओर से तैयार नहीं की जाती है, तब तक परिवहन विभाग का फैंसी पोर्टल बंद रहेगा। हिमाचल में पिछले 10 दिनों से चर्चा में चल रहे वीआईपी नंबर एचपी 99-9999 को परिवहन विभाग ने बंद कर दिया है। इस नंबर के लिए करोड़ों रुपए की बोली लगाने वाले सभी बोलीदाता फर्जी निकले। किसी भी बोलीदाता ने इस नंबर को खरीदने के लिए पंजीकरण फीस जमा नहीं करवाई है। फिलहाल परिहवन विभाग की ओर से अभी तक इन बोलीदाताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं, लेकिन परिवहन विभाग ऑनलाइन पोर्टल में बदलाव करने की तैयारी में जुट गया हैं, ताकि दोबारा किसी भी नंबर के लिए कोई फर्जी बोली नहीं लगा सके। इस नंबर के लिए तीन बोलीदाताओं ने एक करोड़ की बोली लगाई थी। तीनों में से किसी भी बोलीदाता ने इस नंबर को नहीं खरीदा। परिवहन विभाग ने एक करोड़ से अधिक की बोली लगाने वाले तीनो बोलीदाताओं को 30 फीसदी पंजीकरण फीस जमा करवाने के लिए तीन-तीन दिनों का समय दिया है।
फर्जी बोलीदाताओं पर होगी कार्रवाई
एचपी-99, 9999 के लिए फर्जी बोली लगाने वाले बोलीदाताओं पर परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल परिवहन विभाग के लिए नियमों का अध्ययन किया जा रहा है। जल्द ही एक करोड़ से ज्यादा की बोली लगाने वाले फर्जी बोलीदाताओं पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।