शिमला,हिमशिखा न्यूज़
हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर चली सिर्फ 200 बसें
हिमाचल में कम हुआ निजी बसों का संचालन; हड़ताल से पहले थमे 3100 गाडि़यों के पहिए, आज संख्या में और गिरावट की आशंका
हिमाचल प्रदेश में निजी बस आपरेटर्ज की हड़ताल से पहले ही बसों के पहिए थमने लगे हैं। प्रदेश में निजी बसों का बेड़ा 3300 के करीब है, मगर इसमें से राज्य में 200 बसों का ही संचालन हो रहा है। ऐसे में लोगों को दिक्कतें बढ़ते दिख रही हैं। यूनियन के पदाधिकारियों की मानें, तो रविवार को बसों के संचालन आंकड़ों में और कमी आ सकती है, जबकि तीन मई से तो निजी बस आपरेटर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे चुके हैं। निजी बस आपरेटर हड़ताल पर जाते हैं, तो अगामी दिनों में प्रदेश की जनता को आवाजाही के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हिमाचल प्रदेश निजी बस आपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल का कहना है कि शनिवार को प्रदेश में केवल मात्र 200 बसें ही चली हैं। रूटों पर सवारियां कम होने से आपरेटर्ज ने बसें खड़ी करनी शुरू कर दी हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामान्य दिनों के दौरान भी रूटों पर कम सवारियां मिल रही हैं। वहीं राज्य सरकार द्वारा बसों को 50 फीसदी सिटिंग कैपासिटी के साथ चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश में फाइव-डे वीक होने के चलते रूटों पर नाममात्र सवारियां मिल रही हैं। ऐसे में निजी बस आपरेटर्ज ने बसों का संचालन करना बंद कर दिया है। महासचिव रमेश कमल ने कहा कि रूटों पर सवारियां कम होने से आपरेटर्ज के खर्चे तक नहीं निकल पा रहे हैं। डीजल का खर्चा भी नहीं निकल पा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से टैक्स माफी सहित वर्किंग कैपिटल ग्रांट जारी करने की मांग उठाई गई थी। यूनियन काफी समय से उक्त मांगों को उठा रही था, मगर राज्य सरकार द्वारा निजी बस आपरेटर्ज की मांगों को अनसुना किया जा रहा है।