करुणामूलक आधार पर भर्तियां करने की मांग को लेकर शुक्रवार को करुणामूलक संघ ने विधानसभा का घेराव किया और सरकार को शीघ्र नौकरी देने की मांग की। संघ के अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि प्रदेश में करुणामूलक आधार पर 4500 आश्रितों को नौकरियां नहीं मिली है और विभागों, बोर्डों, निगमों में पद खाली चल रहे हैं। आश्रितों ने मांग की है कि करुणामूलक आश्रितों को वन टाइम सेटलमेंट के तहत सभी को एक साथ नियुक्तियां दी जाए। उन्होंने कहा कि आश्रितों को 15 वर्ष से भी अधिक का समय आवेदन किए हुए हो गया है, लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली है। सरकार आश्रितों को नौकरी देकर जल्द राहत देने के लिए काम करें।
यह भी पढ़ें: करुणामूलकों आश्रितों के मामलों को सुलझाने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित होगी कमेटी/करुणामूलक संघ लंबे अरसे से करुणामूलक आधार पर भर्तियां करने की मांग कर रहा हैं और इस दौरान संघ विधायकों, मंत्रीयों और सीएम से मिलकर भी काफी बार अपनी बात उनके सामने रख चुका है, लेकिन इन्हें हर बार आश्वासन ही मिला है। हालांकि आज यह मुद्दा सदन में भी उठा। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक प्रकाश राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, पवन कुमार काजल, रामलाल ठाकुर ने सरकार से पूछा कि करुणामूलक आश्रितों को सरकार कब तक नौकरी दे देगी और भर्तियों में 5 फीसदी आरक्षण को बढ़ाने और एकमुश्त नौकरी देने को लेकर सरकार क्या कदम उठा रही है। जिसके जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन करके सभी पहलुओं को स्टडी किया जाएगा की क्या एकमुश्त इनको नौकरी दी जा सकती हैं। कुछ मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं।