शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 02/12/2021
शोधार्थियों के शोधप्रबंध जमा करने की समय वृद्धि का निर्णय स्वागतयोग्य
शोधार्थियों के हित उठाई गई अभाविप की माँग पर UGC द्वारा अंतिम वर्ष के शोधार्थियों को कोरोना काल में उत्पन्न हुई विशेष परिस्थिति के कारण शोध प्रबंध जमा करने के लिए 6 महीने का अतिरिक्त समय दिए जाने का निर्णय स्वागत योग्य है। अभाविप ने फरवरी माह में UGC को पत्र लिख कर अवधि को 1 वर्ष बढ़ाने की माँग की थी। जिसपर UGC ने 6 माह की अवधि बढाई थी। बढ़ी हुई अवधि के समाप्त होने से पहले की अभाविप ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति के माध्यम से UGC से छात्रों को पुनः 6 माह देने की माँग की थी। जिसके परिणाम स्वरूप UGC ने छात्रों के हित में निर्णय लिया है।
UGC ने समयसीमा में वृद्धि करते हुए शोध प्रबंध जमा करने की समय सीमा 30 जून 2022 सुनिश्चित की है।
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि ” UGC द्वारा समय सीमा बढ़ाने को लेकर लिया गया निर्णय स्वागतयोग्य तथा शोधार्थियों को राहत देने वाला है। कोरोनाकाल में उत्पन्न हुई विषम परिस्तिथियों में छात्रों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। देश भर के शोधार्थियों को इस निर्णय से राहत मिलेगी एवं शोध को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने का समय मिलेगा।”
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रान्त मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि “प्रदेश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शोध कर रहे शोधार्थियों को निश्चित रूप से अतिरिक्त समय मिलने से शोध की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिलेगा व शोधार्थियों पर अतिरिक्त आर्थिक व मानसिक बोझ से निजात भी मिलेगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा लिए गए फैसले का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश स्वागत करती है”