शिमला,हिमशिखा न्यूज़
35वें भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस 2020 का आयोजन इंजीनियरों की सबसे बड़ी संस्था इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया द्वारा 18 से 20 दिसंबर किया जा रहा है जिसे नेशनल स्किल डेवलपमेंट फोरम शिमला के वर्चुअल प्लेटफार्म के तत्वावधान से लाइव स्ट्रीम किया जा रहा है । इस इंजीनियरिंग कांग्रेस का थीम वाक्य हैआत्म निर्भरता एवं स्थायी लक्ष्य के लिए इंजीनियरिंग(Engineering for Self Reliance and SustainableGoals). इसका उद्घाटन सत्र 18 दिसंबर 2020 को सुबह 10:00 बजे से वर्चुअल प्लेटफॉर्म www.virtual.nsdfiei.org पर हुआ इसका सीधा प्रसारण नेशनल स्किल डेवलपमेंट फोरम के यूट्यूब चैनल(www.youtube.com/NationalSkillDevelopmentForum ) पर भी दिखाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी व भूविज्ञान मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन जी कोविड-19मिशन के आकस्मिक कार्यों की वजह से इस समारोह में प्रत्यक्ष शामिल नहीं हो सके। संघ लोक सेवा आयोग भारत
सरकार के पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर डीपी अग्रवाल इस अवसर पर सम्मानित अतिथि तथा प्रोफैसर आशुतोष शर्मा सेक्रेटरी डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एवं टेक्नोलॉजी, भारत सरकार ने मुख्य वक्ता के रूप में इस समारोह को शोभा यमान किया। नरेंद्र सिंह,अध्यक्ष, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की और उनके साथ मंच पर सुनील ग्रोवर नेशनल स्किल डेवलपमेंट फोरम के अध्यक्ष तथा डॉ0 एच0 आर0 पी0 यादव,सेक्रेटरी एवं डायरेक्टर जनरल इंस्टीट्यूशन आफ इंजिनियर्स इंडिया भी उपस्थित रहे। इस इंडियन इंजीनियरिंग कांग्रेस में देश विदेश से 10,000 से ज्यादा प्रतिभागी इंजीनियर सम्मिलित हो रहे हैं। नरेंद्र सिंह अध्यक्ष इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए संस्था के 100 वर्षों के कार्यकाल पूरा होने पर अपने इंजीनियरों द्वारा देश सेवा के योगदान पर प्रकाश डाला।इंजीनियर सुनील ग्रोवर अध्यक्ष नेशनल स्किल डेवलपमेंट फोरम ने भी इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स की राष्ट्र निर्माण मे 100 वर्षो की निरंतर एवं निस्वार्थ सेवा के बारे में बताया और उसके पश्चात उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी व भूविज्ञान मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन जी का संदेश पढा । मंत्री ने अपने संदेश में समाज की भलाई के लिए इंजीनियरों की भूमिका की सराहना की और माना कि इस अभूतपूर्व कोविड-19 में इंजीनियरों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो गई है जो नवीन समाधानों के माध्यम से सभी मुख्य कोविड-19 के योद्धाओं के साथ तालमेल बनाकर इस संकट को दूर करने में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।प्रोफैसर आशुतोष शर्मा, सचिव डीएसटी ने अपने मुख्य भाषण में इंजीनियरों से आह्वान किया कि वह भारत सरकार के मिशन आत्मनिर्भरता एवं स्थाई लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आत्मविश्वास आत्मसम्मान और आत्मचिंतन के साथ कार्य करते हुए आगे बढ़ें।प्रो० डीपी अग्रवाल सम्मानित अतिथि ने अपने संबोधन में बदलते परिदृश्य में इंजीनियरों की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें राष्ट्र की आकांक्षा को पूरा करने के लिए गुणवत्तापूर्ण उत्पादों और सेवाओं को प्रदान करने का आह्वान किया जिसके लिए शिक्षा क्षेत्र,उद्योगों एवं व्यवसायिक संस्थानों को अत्यंत तालमेल से काम करने की आवश्यकता है।इंजीनियर विश्व मोहन जोशी, निदेशक नेशनल स्किल डेवलपमेंट फोरम ने प्रेस एवं मीडिया को इस इंजिनियरिंग कांग्रेस की जानकारी देते हुए बताया कि अगले 2 दिन के दौरान समावेशी विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से प्रस्तावित विचार विमर्श किया जाएगा जिसमें आत्मनिर्भर भारत और इंजीनियरों के परिकल्पित योगदान की चर्चा प्रमुख रहेगी। अगले 2 दिन इस कार्यक्रम में 8 मेमोरियल व्याख्यान एवं 10 दूरदर्शी व्याख्यान के अलावा तकनीकी सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।उद्घाटन कार्यक्रम का समापन डॉ एच आरपी यादव एसडीजी, आई आई ई द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ संपन्न
हुआ।फोटो ग्राफ के साथ प्रेस को विमोचन किया गया