शिमला,हिमशिखा न्यूज़ 22/03/2023
वन मंडल शिमला (ग्रामीण) ने वन अग्नि-रोकथाम और नियंत्रण के लिए अनुभव और भविष्य में समाधान के पहलु पर होटल मरीना, शिमला में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राजीव कुमार, प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन बल प्रमुख) हिमाचल प्रदेश की अध्यक्षता में किया गया। राजीव कुमार जी ने कार्यशाला में भाग लेने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों से वन अग्नि से वनों की सुरक्षा करने व वन अग्नि रोकथाम व नियन्त्रण के लिए वन विभाग का सहयोग करने व समय के साथ टूटते जा रहे सामंजस्य को स्थापित कर इसे सुदृढ़ करने का आग्रह किया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य उन व्यक्तियों व संगठनों को एक साथ लाना था जो वन अग्नि के मुद्दों को संबोधित करने में वन विभाग की मद्द करने के लिए बौद्धिक, वित्तीय, रचनात्मक और तकनीकी रूप से योगदान दे सकते हैं। इस दौरान विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त किए जिनमें वन मंडल अधिकारी शिमला (ग्रामीण) कृष्ण कुमार ने शिमला वन मंडल में वन अग्नि का अवलोकन बारे अपने विचार सांझा किए इसके उपरान्त श्री वी. के. धवन, वैज्ञानिक (सेवा निवृत्त), वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून ने भारत में वन अग्नि प्रबंधन में उभरते मुद्दों पर अपने विचार सांझा किए। संदीप शर्मा, वैज्ञानिक (सी), मौसम विज्ञान शिमला केंद्र द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं पर चर्चा की तथा डा. आरती गुप्ता, प्राध्यापक, स्कूल ऑफ फिजिकल विज्ञान आई. आई. टी. मंडी, चिलेट्स : वन अग्नि समाधान विषय बारे व श्री अरुण रावत, पूर्व अध्यक्ष सीआईआई, पूर्व अध्यक्ष बीबीएन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, हिमाचल प्रदेश ने चुनौतियां और अवसर-सहयोगी रोडमैप पर अपने विचार सांझा किए। कार्यशाला के दौरान नागेश गुलेरिया, मुख्य परियोजना अधिकारी जायका प्रोजेक्ट एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैम्पा ने हिमाचल प्रदेश में वन अग्नि के मुद्दों के बारे में चर्चा की। सुरेंदर बगा, अध्यक्ष एफ. एस. ए. आई. चंडीगढ़ ने फॉरेस्ट फायर एक आर्किटेक्ट्स परिपेक्ष्य पर अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर सुशील कापटा, अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वित्त / ईको टूरिज्म़ एवं प्रचार), नागेश कुमार गुलेरिया, अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल (परियोजना अधिकारी जायका एवं कैम्पा), बसंत किरन बाबु, (अरण्यपाल शिमला वृत्त), अनिश शर्मा (वन मंडल अधिकारी हैडक्वार्डर) व प्रीति भंडाारी (वन मंडल अधिकारी वित्त एवं कैंपा) वन विभाग हिमाचल प्रदेश के अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।