शिमला,हिमशिखा न्यूज़
हिमाचल प्रदेश में वर्ष 1997 में नियुक्त नर्सरी प्रशिक्षित जेबीटी के पदों पर नियमित किए गए अध्यापकों को विद्या उपासकों की तर्ज पर पुरानी पेंशन देने का सरकार का कोई विचार नहीं है। यह जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में कांगड़ा के विधायक पवन काजल के पूछे सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने दी।काजल ने पूछा था कि वर्ष 1997 में नियुक्त नर्सरी प्रशिक्षित जेबीटी के पदों पर नियमित किए गए अध्यापकों को विद्या उपासकों की तर्ज पर सरकार पेंशन देने का विचार रखती है, यदि हां, तो कब तक, यदि नहीं, तो कारण? शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि जी नहीं, सरकार द्वारा जारी अधिसूचना दिनांक 15 मई 2003 के बाद नियुक्त/नियमित हुए समस्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना लागू करने बारे ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है।
शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह के पूछे एक प्रश्न के जवाब में शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने जानकारी दी है कि बीस साल की नियमित सेवाओं के बाद सीएंडवी शिक्षकों को मिलने वाली दो स्पेशल वेतन वृद्धि की तर्ज पर अन्य सरकारी कर्मचारियों को यह सुविधा देने का विचार सरकार के विचाराधीन नहीं है। विक्रमादित्य सिंह ने पूछा था कि सरकार 20 साल की नियमित सेवाओं के बाद सीएंडवी शिक्षकों को दो विशेष वृद्धि देती है। क्या उक्त पैरामीटर पूरा करने वाले अन्य सरकारी कर्मचारियों को भी उक्त लाभ देने का सरकार विचार रखती है।