नालागढ़,हिमशिखा न्यूज़
नालागढ़ डिपो में रविवार को चली दस फीसदी बसें,कोविड क र्यू के चलते घरों से नहीं निकले लोग
कोरोना कर्फ्यू के चलते सवारियां न मिलनेसे परिवहन निगम के नालागड़ डिपू ने रविवार को मात्र दस फीसदी रूटों परही बसें भेजी। निगम ने मात्र सात आठ लंबे रूटों पर ही बसें भेजी शेष बसें लोकल रूटों पर चलाई गई। जानकारीके अनुसार कोरोनाक र्यू के चलते नालागढ़ डिपो मं सवारियों का अभाव रहा। लोग अपने घरों सेनहीं निकल रहे है। निजी बसों के बंद होने के बावजूद भी निगम की बसोंयात्री नहीं मिल पाए। सोमवार से बसें बंद होने से लोग अपने घरों से बाहर नहीं गए। निगम ने12 लोकल रूटों पर ही आज बसें चलाई,जबकि लंबे रूटो में पालमपुर, अंबाला,चंडीगढ़ व ऊना ही बसें चलाई गई। नालागढ़ डिपू में 72 रुटों पर बसें चलती हैं। कई रुटोंपर तीन व चार ट्रिप लगाए जातें है। जिससे कुल 180 ट्रिप लगते है। इसके अलावा90 निजी बसें तीन सौ अधिक रूट पर आवाजही करती है। निजी बसें चार दिनों सेबंद पड़ी है और निगम की बसों को भी सवारियों नहीं मिल रही है जिससेरविवार को मात्र दो दर्जन रूट पर ही बसें चली है। बतादे कि स्पेशल रोड टैक्स व टोकन टैक्स में भारी भरकम बढौतरी केचलते बीबीएन में निजी बस संचालकों ने बसे बंद रखी है जिससेऔद्योगिक क्षेत्र कामगारों को अपनी ड्यूटी पर आने के लिए सरकारी बसों कासहारा लेना पड़ रहा है। बीबीएन में 90 निजी बसें संचालित होती है। यह 90बसें तीन सौ अधिक रूट पर चलती है। निजी बससंचालक मनोज राणा ने बताया कि जब तक निजी बस संचालको की मांगे सरकार नहीं मानती है तब तक हड़तालजारी रहेगी। उन्होंने बताया कि 50 फीसदी यात्रियों के साथ उनकी बसमें तेल का पैसा पूरा नहीं हो रहा है। ट्रांसपोर्टरों का कारोबारसमाप्त हो गया है। यात्रीकर, टोक्न टैक्स, अड्डा पर्ची आदि में छूट देनीचाहिए। जुलाई 2020 से दिसंबर 2021 तक सभी टैक्स माफ होने चाहिए। परिवहन निगम के नालागढ़ डिपू केक्षेत्रीय प्रबंधक जोगिंद्र चौधरी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते लोग अपनेघरों से नहीं निकल रहे है। सोमवार से पूरी तरह से बसें बंद होने केचलते लोग घरों से नहीं निकले।