शिमला ,हिमशिखा न्यूज़
राजधानी की अब सब्जी मंडी स्मार्ट बनेगी। यहां पर करीब 467 दुकानें प्रीफैब स्ट्रक्चर से तैयार हाेंगी। जिसमें पहले चरण में 32 दुकानें बननी है, अभी 16 दुकानें बनकर तैयार हाे गई हैं। ऐसे में सब्जी मंडी में आने वाले ग्राहकाें काे न ताे भारी भीड़ का सामना करना पड़ेगा और न ही सब्जी मंडी में चलने फिरने में काेई दिक्कत हाेगी।सब्जी मंडी, गंज बाजार, रामबाजार, लोअर बाजार में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 467 दुकानों को प्री फैब स्ट्रक्चर से बनाया जाना है। यह काम सबसे सब्जी मंडी से शुरू किया गया है। ऐसे में जब तक प्री फैब स्ट्रक्चर बनकर तैयार नहीं होती तब तक दुकानदारों अस्थाई दुकानें दी जाएंगी। ये दुकानें सब्जी मंडी के ग्राउंड में बनाई जा रही है।पहले चरण में 32 दुकानों को प्री-फैब का बनाया जाएगा। इसके लिए इन दुकानदारों को अस्थाई दुकानों में शिफ्ट किया जा रहा है। दुकानों को प्रीफैब से बनाने के बाद इन दुकानदारों को उनकी ही दुकानों में शिफ्ट किया जाएगा। इसके बाद अन्य दुकानदारों को चरणबद्ध तरीके से शिफ्ट किया जाएगा।
120 कराेड़ रुपए हाेंगे खर्चः
शिमला की सब्जी मंडी और लोअर बाजार में स्मार्ट सिटी के तहत दुकानाें काे नए सिरे से बनाने का प्लान है। इस पर 120 करोड़ रुपये खर्च होंगे। चरणबद्ध तरीके से दुकानों को तोड़ा जाएगा। हिमुडा ने बाजारों में स्थित निगम की 132 दुकानों के टेंडर कर दिए हैं। इन दुकानों के डिजाइन फाइनल कर दिए गए हैं। सब्जी मंडी मैदान में अस्थायी स्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। शहर में निगम की 927 दुकानें हैं। इन सभी दुकानों को शिफ्ट करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
एक ही तरह से बनेगी सभी दुकानेंः
नगर निगम के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बाजार की सभी दुकानों को एक समान बनाया जाना है। सब्जी मंडी में बनने वाली दुकानों को बेस से ऊपर उठाया जाएगा, जिससे निचली मंजिल में भी दुकानें बनेंगी। इससे जहां बाजार का विस्तार होगा, वहीं व्यापारियों को भी सुविधा मिलेगी।एमसी के सहायक आयुक्त अजीत भारद्वाज का कहना है कि दुकानाें काे स्थाई ताैर पर बनाने का काम शुरू हाे गया है। कुछ दुकानें बना भी दी गई है। जल्द ही सभी दुकानाें काे बनाने का काम पूरा हाेगा।
जिसकी जैसी जरूरत, वैसी बनेगी दुकानःसब्जी, करियाना शॉप और ढाबे के अंदर का डिजाइन अलग-अलग रहेगा। ताकि कारोबारियों को सामान रखने या बेचने में परेशानी न हो। कारोबारी बताएंगे कि दुकान के भीतर उन्हें किस तरह के रैक या अलमारियां चाहिए।रैक छोटे चाहिए या बड़े, फिटिंग किस दिशा में कितनी हो, कितनी शेल्फें हो, यह सब कारोबारियों के कहे अनुसार ही तय हाेगा। हिमुडा इनकी मांग के अनुसार दुकान के भीतर का स्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि निर्माण करने के बाद कारोबारियों को दुकान के भीतर रैक आदि बनाने के लिए तोड़फोड़ करने की जरूरत न रहे।