हिमाचल ने पर्यटन के क्षेत्र में लंबी कूद लगाई है। अब प्रदेश में वाटर स्पोर्ट्स भी आयोजित किए जाएंगे। केंद्र की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद हिमाचल सरकार ने इसे लेकर कमर कस लिए है। वाटर स्पोर्ट्स के लिए जगह की तलाश भी पूरी कर ली गई है। इसके लिए हिमाचल के ऊना जिले को चिन्हित किया गया है। ऊना जिले के कुटलैहड़ में वाटर स्पोर्ट्स के लिए जगह की तालाश खत्म हुई। इस मौके पर हिमाचल सरकार में कृषि विभाग का जिम्मा संभाले मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बयान दिया है। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन संभावनाओं का भरपूर दोहन किया
पर्यटन मंत्रालय से मिली मंजूरी
ऊना जिले के कुटलैहड़ में वाटर स्पोर्ट गतिविधियों को पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। जिस कारण उना में वाटर स्पोर्ट्स को संचालित करने का सपना साकार हो सकेगा। कुटलैहड़ में पैराग्लाइडिंग के सफल ट्रायल किया गया था। अब जल क्रीड़ाओं के आयोजन को हरी झंडी मिल गई है। जिससे पर्यटन विकास को पंख लगने की उम्मीद जगी है। कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का इस दिशा में सहयोग करने के लिए भी आभार जताया है। उन्होंने कहा कि समूचे क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। जिनका पूरा दोहन करते हुए स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे। बता दें कि पर्यटन मंत्रालय की तरफ से अंदरोली और लठियानी के जल स्त्रोतों में वाटर स्पोर्ट्स की मंजूरी मिली है। इसके लिए मंत्रालय द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। आपको बता दें कि इससे पहले केंद्र ने गोविंद सागर झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स को मंजूरी प्रदान की है। आगामी 15 सितंबर से गोविंद सागर झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स का ट्रायल किया जाएगा।
